यह घटना दिल्ली की नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के विजय नगर में स्थित एक सरकारी स्कूल की है।

इन दिनों एक स्कूल का वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। जिसमें कुछ लोग व पुलिस स्कूल में जाकर वहाँ मौजूद लोगों से कुछ पूछताछ कर रहे है।

दावा किया जा रहा है कि दिल्ली (Delhi) के विजय नगर (Vijay Nagar) में एक सरकारी स्कूल (government school) में मौलवियों (Maulvi) को बच्चों को कुरान पढ़ाते हुये पकड़ा गया।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “दिल्ली के सरकारी स्कूलों को केजरीवाल ने मदरसे में बदलना शुरू कर दिया है दिल्ली के विजय नगर का एक सरकारी स्कूल

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

वीडियो में हम कुछ लोगों को फेसबुक पर इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड करने की बात करते हुये सुन सकते है। इसको ध्यान में रखकर हमने फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया, परिणाम में हमें यही वीडियो योगेश कश्यप नामक एक यूज़र द्वारा इस वर्ष 19 नवंबर को प्रसारित किया हुआ मिला।

इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विजय नगर में संजीवनी अस्पताल के सामने स्थित प्राथमिक स्कूल में कुछ लोगों को नमाज़ पढ़ते हुये योगेश कश्यप व उनकी टीम ने पकड़ा व उनको पुलिस के हवाले किया गया।

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इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने योगेश कश्यप से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “वीडियो में दिख रही घटना उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के विजय नगर में स्थित एक सरकारी स्कूल की है। हाल ही में गंगा स्नान के दिन हम ने देखा की सरकारी स्कूल में मुस्लिम समुदाय के मौलवी कुछ बच्चों को नमाज़ पढ़ा रहे थे। उन्होंने स्कूल का गेट बंद कर रखा था व पहले जब हमने उस स्कूल में घुसने की कोशिश की तो उन्होंने हमें वहाँ आने नहीं दिया। फिर दूसरी बार हम पुलिस व भाजपा के कार्यकर्ता आशुतोष गुप्ता के साथ उस स्कूल में गये व उन लोगों को पकड़ लिया। हम ने उन्हें पुलिस के हवाले किया व उनके खिलाफ शिकायत भी की। परंतु उन्हें रात तक पुलिस ने छोड़ दिया। यह घटना गाज़ियाबाद के विजय नगर की है, इसका दिल्ली के विजय नगर से कोई संबन्ध नहीं है।”

उन्होंने हमें इस घटना के कुछ और वीडियो और उनके द्वारा दर्ज की गयी शिकायत की कॉपी भी उपलब्द करायी है।

फिर फैक्ट क्रेसेंडो ने उपरोक्त दावे की पुष्टि करने हेतु विजयनगर के SHO योगेंद्र मलिक से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “वीडियो में घट रही घटना इस वर्ष 19 नवंबर की है। हमारे यहाँ मिर्ज़ापुर में एक सरकारी विद्यालय है, ये वहाँ की घटना है। उस रोज़ हमारे पास एक शिकायत की गयी थी कि विद्यालय में कुछ लोग नमाज़ पढ़ रहे है। हमने हमारी टीम वहाँ भेजी व पाया कि उस विद्यालय में एस.एम.सी (School Management Committee) की अनुमति से रियाज़ नामक एक शख्स उसके परिवार के साथ वहाँ रह रहा था। उनकी बच्ची बिमार थी व उन्होंने मन्न्त रखी थी कि अगर वह ठीक हो गयी तो वे कुरान ख्वानी करवायेंगे। तो इस वजह से उस स्कूल में उस दिन एक मौलाना, कुछ बच्चें व कुछ महिलायें कुरान ख्वानी कर रहे थे। फिर वहाँ हिंदू संगठन के कुछ लोग भी पहुंचे। विद्यालय में मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोग व हिंदू संगठन वालों को पुलिस स्टेशन लाया गया और पूछताछ की गयी। उस दौरान किसी भी तरह अपराध सामने नहीं आया तो कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। इस घटना का दिल्ली से कोई संबन्ध नहीं है। ये गाज़ियाबाद के मिर्ज़ापुर के विजय नगर में स्थित एक विद्यालय की घटना है।”

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। वीडियो में दिख रही घटना दिल्ली के विजय नगर में स्थित सरकारी स्कूल की नहीं है। यह घटना उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद के एक स्कूल की है।

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Title:उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल में कलमा पढ़ाने का वीडियो दिल्ली का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False