एक महिला के साथ पुलिस की बर्बरता दिखाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रहा है। वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी मेगाफोन से अनाउंसमेंट कर रही एक महिला के साथ मारपीट और बाद में हथकड़ी लगाते हुए नज़र आ रही है। वायरल वीडियो के साथ यूजर दावा कर रहे हैं कि हाल ही में अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक पुलिसकर्मी ने फिलिस्तीन समर्थक महिला प्रदर्शनकारी को सड़क पर पटक कर पीटा और महिला के कपड़े तक फाड़ दिए।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- अमेरिका के Los Angeles में नरभक्षी इजरायल के विरोध में और फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रही महिला को अमेरिका की पुलिस ने सड़क पर पटक पटक कर पीटा महिला के कपड़े तक फाड़ दिए।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें KCAL News में प्रकाशित मिली। जानकारी के अनुसार ये वीडियो इस चैनल में एक साल पहले यानी 9 जून 2022 में अपलोड किया गया था।

वीडियो के कैप्शन में लिखा है- बाइडन ने अमेरिका के शिखर सम्मेलन में भाग लिया, गुप्त सेवा द्वारा प्रदर्शनकारी पर काबू पाया गया।

प्रकाशित खबर की जानकारी के अनुसार लॉस एंजिल्स में एक महिला प्रदर्शनकारी जब सड़क पर निकली राष्ट्रपति जो बाइडन के काफिले के पास पहुंची तब यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस एजेंट ने तुरंत उसे सड़क से हटा दिया और हिरासत में ले लिया।। इसके बाद लॉस एंजिल्स पुलिस कर्मियों ने महिला की गिरफ्तारी की।

वहीं अन्य एक खबर के अनुसार बाइडन जून 2022 में नौवें "अमेरिका के शिखर सम्मेलन" के लिए एलए में थे। तब महिला प्रदर्शनकारी, महिलाओं के अधिकारों के लिए विरोध कर रही थी। जिसमें वो गर्भपात के अधिकार को लेकर कह रही थी।

महिला को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, "गर्भपात प्रतिबंध से गर्भपात नहीं रुकेंगे - केवल सुरक्षित गर्भपात से होंगे।"

महिला ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिए गए गर्भपात फैसले पर किया था प्रदर्शन…

2022 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात से जुड़ा एक बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने पांच दशक पुराने अपने एक फैसले को पलटते हुए गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को खत्म कर दिया है। 1973 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने रो बनाम वेड मामले में फैसला सुनाते हुए गर्भपात को कानूनी करार दिया था। तब कोर्ट की टिप्पणी थी, ”संविधान गर्भवती महिला को गर्भपात से जुड़ा फ़ैसला लेने का हक़ देता है” अब उसी कोर्ट ने अपने ताजा फैसले में कहा है कि संविधान गर्भपात का अधिकार नहीं देता है। गर्भपात के नियमन को लेकर फैसला लोगों और उनके चुने हुए प्रतिनिधियों के पास होना चाहिए।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, यह वीडियो 2022 में लॉस एंजिल्स में गर्भपात अधिकार को लेकर महिला द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन का है। वीडियो का इजरायल और फलस्तीन से कोई संबंध नहीं है।

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Title:2022 में लॉस एंजिल्स में गर्भपात अधिकार को लेकर विरोध प्रदर्शन का वीडियो इजरायल और फलस्तीन से जोड़ कर वायरल ….

Written By: Saritadevi Samal

Result: False