लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले फेज में होने वाले मतदान की घड़ियां बेहद ही नज़दीक है। ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियां एक एक कर के धुआंधार प्रचार कर रही है। हर ओर चुनावी शोर सुनाई दे रहा है तो चुनावी वायदों की लंबी फेहरिस्त दिखाई दे रही है। ऐसे में सोशल मंचों पर एक वीडियो साझा किया गया है , जिसमें बीजेपी का प्रचार करने वाले कुछ लोगों के विरोध दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो इस दावे से साझा किया जा रहा है कि, यह द्वारका का है जहां पर बीजेपी लोगों के अभियान का विरोध किया जा रहा है।

हम देख सकते हैं कि वीडियो के कैप्शन में केवल द्वारका लिखा है

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वीडियो से स्क्रीनशॉट ले कर उसका गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें 6 अगस्त, 2022 को न्यूज 18 इंडिया के आधिकारिक ट्विटर पर यही वीडियो पोस्ट किया हुआ मिला। जिसके साथ यह जानकारी दी गई कि ये पश्चिम बंगाल के हुगली में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प का वीडियो है।

आर्काइव लिंक

इसके बाद हमें 5 अगस्त, 2022 में TV9 भारतवर्ष द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली । जिसके अनुसार पश्चिम बंगाल के चुचुड़ा के खादिनामोड में बीजेपी की रैली के दौरान तनाव हो गया था। तृणमूल विधायक असित मजमुदार के कार्यकर्ताओं और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गयी थी।

आर्काइव

पड़ताल के दौरान हमने एबीपी बंगाली की वेबसाइट पर इसी घटना का वीडियो रिपोर्ट देखा। जिसके साथ बताया गया है कि चुंचुरा खादिनामोर में बीजेपी की रैली पर तृणमूल का हमला हुआ। तृणमूल विधायक असित मजूमदार की डंडे से पिटाई हुई।

इस घटना को ईटीवी भारत (आर्काइव )और टाइम्स ऑफ़ इंडिया (आर्काइव ) द्वारा कवर किया गया है, जो यह स्पष्ट करते हैं कि वायरल वीडियो अगस्त 2022 का है।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जांच के पश्चात हमने यह पाया कि वायरल वीडियो गलत संदर्भ से फैलाया गया है। असल में वीडियो द्वारका का नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के चुंचड़ा के खादीनमोद गांव का है। जब टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। यह हाल की घटना नहीं बल्कि 2022 की घटना है।

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Title:पश्चिम बंगाल के हुगली का पुराना वीडियो द्वारका का बता कर हाल के फेक दावे से वायरल…

Written By: Priyanka Sinha

Result: False