ये वीडियो स्क्रिप्टेड है और समाज में जागरूकता फ़ैलाने हेतु रिकॉर्ड किया गया है। इस वीडियो का वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे हम बैंगन के खेत में कुछ लोगों को सब्जियों में इंजेक्शन डालते हुए देख सकते है। इस वीडियो में हम कुछ लोगों को इंजेक्शन देकर सब्जियों को जल्दी बढ़ाने की कोशिश करते हुए देख सकते है। हैरानी इस बात की है कि जब वीडियो रिकॉर्ड करने वालों ने इन किसानों से सवाल पूछा तो ये काफी भड़कते हुए दिखाई दिए। वहीं इस वीडियो को सोशल मीडिया पर ये दावा करते हुए शेयर किया जा रहा है कि ये वीडियो एक असली घटना का है जहाँ किसानों की तरफ से इंजेक्शन डालकर सब्जियों को उगाने की कोशिश की जा रही है।

वायरल हो रहे पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “क्या खाएं क्या ना खाएं खाद वाला अन्न, इंजेक्शन वाला दूध और सब्जी में इंजेक्शन जल्दी मुनाफे के चक्कर में किसान इन सब्जियों को रातोंरात ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन लगाकर बड़े आकार में बदल रहे हैं। सब्जियों में ऑक्सीटोसिन की यही मात्रा स्वाद खराब करने के साथ सेहत भी बिगाड़ रही है।”

फेसबुक पोस्टआर्काइव लिंकट्वीट लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुआत हमने वायरल वीडियो को फेसबुक और यूट्यूब पर अलग अलग कीवर्ड सर्च कर ढूँढने से की, जिसके परिणाम से हमें 2 सितंबर 2023 को फेसबुक पर अपलोड किया हुआ पाया। फातिमा बोनाटो नामक एक फेसबुक पेज ने इस वीडियो का लम्बा वर्शन अपलोड करते हुए लिखा है कि “सब्जी बढ़ाने वाली दवा लगाकर कर रहे सेहत से खिलवाड। डिस्क्लेमर:–दोस्तों यह वीडियो सिर्फ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से बनाया गया है, कृपा कर वीडियो को गंभीरता से न ले। धन्यवाद”

ये वीडियो 3 मिनट 41 सेकंड का है। इस वीडियो में डिस्क्लेमर सिर्फ आंशिक रूप से दिखाया गया है।

इस वीडियो का हमें एक और 4 मिनट 11 सेकंड का लम्बा वर्शन मिला जिसमे 2 मिनट 21 सेकंड के टाइमस्टैम्प में हम स्क्रीन पर एक डिस्क्लेमर देख सकते जिसमे लिखा गया है कि “डिस्क्लेमर- यह पूरी तरह से काल्पनिक है और वीडियो की सभी घटनाएं स्क्रिप्टेड हैं और केवल जागरूकता के उद्देश्य से बनाई गई हैं। यह वीडियो किसी भी प्रकार की गतिविधि को बढ़ावा नहीं देता या किसी भी प्रकार के अनुष्ठान को बदनाम नहीं करता। किसी भी व्यक्ति, जीवित या मृत या वास्तविक घटना से कोई भी समानता पूरी तरह से संयोग है।”

आगे हमने इस पेज के एडमिन अजय वर्मा से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो समाज में जागरूकता फ़ैलाने हेतु रिकॉर्ड करते है। वीडियो में दिख रहे एक्टरों का नाम परमानंद, सुशिल और पंकज है और इस वीडियो को उन्होंने खुद रिकॉर्ड किया है। इन वीडियोस को वे समाज में जागरूकता फ़ैलाने के मकसद से बनाते है।

इस पेज में डिस्क्लेमर के साथ जागरूकता फ़ैलाने के नाम से कई अन्य वीडियो अपलोड किया गया है जिसमें हम उन्ही एक्टर को देख सकते है जो वायरल वीडियो में दिख रहे है। इन एक्टर के चेहरे की समानता की तस्वीर आप नीचे देख सकते है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथे किये गये दावे को गलत पाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो असल में स्क्रिप्टेड है और इसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है। ये वीडियो जागरूकता फ़ैलाने हेतु रिकॉर्ड किया गया था जिसमें से डिस्क्लेमर को निकाल कर इसे असली घटना मानते हुए फैलाया जा रहा है।

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Title:सब्जियों में इंजेक्शन लगा कर उन्हें बढ़ाने का वीडियो स्क्रिप्टेड है।

Written By: Drabanti Ghosh

Result: Missing Context