यह वीडियो साल 1998 का है जिसके असली वीडियो में पीएम मोदी ने हिंदुत्व को कार्ड नहीं बताया था। वायरल वीडियो एडिटेड है।

देश की सत्तानशीन पार्टी बीजेपी लंबे समय से हार्ड हिंदुत्व की पॉलिटिक्स करती रही है, जिसके चलते देश की सियासत में बड़ा राजनीतिक बदलाव होता दिख रहा है। कहना गलत नहीं होगा कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की चुनावी पिच तैयार हो रही है, जिसमें पार्टी का सबसे बड़ा और मेन एजेंडा हिंदुत्व ही है। इसी हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर देश के पीएम मोदी का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जो काफी हैरान करने वाला है। इसमें पीएम मोदी को यह कहते सुना जा सकता है कि उनके लिए चुनाव के दौरान हिंदुत्व का मुद्दा केवल एक ताश के पत्तों का कार्ड है। यूज़र ने इस वीडियो के साथ दावा किया है कि पीएम मोदी के चुनावी खेल खेलने के लिए हिंदुत्व एक मुद्दा है। वहीं कैप्शन में लिखा गया है कि…

“हिंदुत्व हमारे लिए चुनावी खेल खेलने के लिए एक ताश का पत्ता है : नरेंद्र मोदी”

ट्विटर पोस्टआर्काइव पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वायरल वीडियो की खोज के लिए सम्बंधित कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया। जिसके परिणाम में हमें वायरल वीडियो का मूल वीडियो ज़ी न्यूज़ द्वारा 17 सितम्बर 2022 में यूट्यूब पर अपलोड किया हुआ मिला। इसके नीचे लिखे कैप्शन से पता चला कि वीडियो 24 साल पुराना है। जानकारी के अनुसार पीएम मोदी के 72वें जन्मदिन पर इस वीडियो को साझा किया गया था। अब हमने यहां समझा कि वीडियो 1998 में पीएम मोदी के साक्षात्कार का फ्लैशबैक है।

इस इंटरव्यू में हमने लोगों द्वारा उनसे बीजेपी की राजनीतिक विचारधारा, घोषणापत्र के बारे में सवाल पूछते हुए देखा। इस वीडियो में पीएम मोदी को राजनीतिक दलों के ध्रुवीकरण और गठबंधन के बारे में भी बोलते हुए सुना जा सकता है। जिसमें उन्होंने बीजेपी के आरएसएस से रिश्ते और सरकार बनाने में बाद की भूमिका पर भी अपनी रखी। आगे वीडियो में 10.35 मिनट पर वायरल क्लिप वाला वीडियो दिखाई देता है। जिसमें साक्षात्कारकर्ता पीएम मोदी से पूछता है कि "नरेंद्र मोदी जी, आपकी पार्टी के पास हिंदुत्व का नारा था जिसने आपको 1984 में 2 सीटें जीतने से लेकर 1998 में सरकार बनाने के योग्य बनने में सक्षम बनाया। लेकिन अब यह हिंदुत्व का नारा भी विफल हो गया है।" अब इस चुनाव में पार्टी के पास वंदे मातरम और सरस्वती वंदना के नारे हैं। लेकिन लोग समझ गए कि ये सभी भावनात्मक मुद्दे हैं जो पार्टी ने चुनाव के समय वोट हासिल करने के लिए उठाए हैं।'

इसी सवाल के जवाब में मोदी कहते हैं कि, "चुनाव के दौरान हिंदुत्व कभी भी बीजेपी का नारा नहीं रहा। हिंदुत्व हमारे लिए आस्था का प्रतीक है। यह चुनाव के दौरान खेलने वाला कार्ड नहीं है। यह कभी कोई मुद्दा नहीं था। कई सरकारें बनीं जिनकी शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई थी लेकिन अब वे सोनिया वंदना में लग जाती हैं और सरस्वती वंदना को भूल जाती हैं।

यहां ये साफ़ होता है कि हिंदुत्व वाली लाइन को एडिटिंग कर के वायरल किया गया है।

आगे हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो के बीच की तुलना की। जिसमें मुख्य अंतर यह था कि पीएम मोदी द्वारा यह नहीं कहा गया था कि हिंदुत्व चुनाव के समय खेलने का कार्ड है। असली वीडियो में से एक शब्द ‘नहीं है’ को हटा दिया गया था।

नीचे आप वायरल वीडियो और असली वीडियो के बीच तुलना देख सकते हैं।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि मूल वीडियो को एडिटिंग से बदला गया है। असल वीडियो में मोदी ने कहा था कि बीजेपी के लिए हिंदुत्व कोई कार्ड नहीं है।

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Title:क्या पीएम मोदी ने हिंदुत्व के मुद्दे को चुनाव के दौरान खेले जाने वाला एक कार्ड बताया है?

Written By: Priyanka Sinha

Result: Altered