
सोशल मीडिया पर एक वीडियो जिसमे एक व्यक्ति अपने हाथो को अपने सिर के पीछे रखे हुये व घुटनों के बल बैठा हुआ नज़र आता है, इस वीडियो को सोशल मंचो पर कर्नाटक के हुबली का बताया जा रहा है, वीडियो के अनुसार दिख रहा व्यक्ति एक आतंकवादी है जिसे हुबली बस स्टैंड पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है| १५-सेकंड की इस क्लिप में, आदमी को पुलिसकर्मियों द्वारा घिरे हुए देखा जा सकता है |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “कर्नाटक में हुबली बस स्टेशन में एक आतंकवादी पकड़ा गया |”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने इस खबर की पुष्टि करने के लिए कर्नाटक में स्थित ओल्ड हुबेर पुलिस स्टेशन से संपर्क कर के की, वहां के पुलिस इंस्पेक्टर एस.एस कमातागी के फैक्ट क्रेसेंडो को बताया कि
“यह वीडियो हाल ही में हुए मोक ड्रिल का है | इस क्षेत्र में कोई आतंकवादी नही पकड़ा गया है | यह मोक ड्रिल हुबली- धारवाड़ पुलिस द्वारा किया गया एक अभ्यास था जिसके माध्यम से हम लोगों को यह अवगत करना चाहते थे कि ऐसी विपदा के समय पर डरने की कोई बात नही है क्योंकि हुबली पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए २४ घंटे उपलब्ध है | हम नागरिकों को अपने आस-पास के संदिग्ध तत्वों के प्रति सचेत करना चाहते थे और ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर क्या करना चहिये यह बताना चाहते थे | यह मोक ड्रिल आज से लगभग १० दिन पहले हुआ था |”
तद्पश्चात हमने गूगल पर संबंधित की वर्ड सर्च करते हुए इस मोक ड्रिल के बारें में ख़बरों को ढूँढा जिसके परिणाम से हमें हुबली टाइम्स द्वारा प्रकाशित एक खबर मिली | रिपोर्ट के अनुसार यह मिक ड्रिल २२ अगस्त २०२० को किया गया था | वीडियो उत्तर पश्चिमी कर्नाटक सड़क परिवहन निगम (NKWRTC) बस के अंदर लोगों के भीड़ को दिखाते हुए शुरू होता है, जिससे आस पास के लोग थोडा डर जाते है | हालाँकि, वीडियो में देखा गया पूरा अभ्यास वास्तव में एक मॉक ड्रिल है | यह ड्रिल हुबली-धारवाड़ पुलिस और आपातकालीन कार्यकर्ताओं द्वारा नागरिकों को उनके आसपास के संदिग्ध तत्वों को सचेत करने का एक प्रयास था |
हुबली टाइम्स ने इस वीडियो एक लंबा वर्शन उनके यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया है जिसे आप नीचे देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो कोई वास्तविक घटना नही है बल्कि यह कर्नाटक के हुबली बस स्टैंड पर हुये एक मोक ड्रिल का दृश्य है |

Title:हुबली पुलिस द्वारा किये गये छद्म अभ्यास के वीडियो को वास्तविक घटना बता फैलाया जा रहा है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
