पुलिस द्वारा काबू की जा रही लड़की कंटेंट क्रिएटर रेंटिंग गोला नहीं, दावा फर्जी…

वीडियो मैंगलोर का साल 2023 का है, जहां एक दवा की दुकान में लड़की के आक्रामक व्यवहार करने के कारण पुलिस ने उसे पकड़ा था।

Update: 2024-09-17 07:56 GMT

पुलिस द्वारा एक लड़की को काबू करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये लड़की कंटेंट क्रिएटर रेटिंग गोला है जो अब पुलिस की कबजे में है। 20 सेकंड के इस वायरल वीडियो में कई पुलिसकर्मी एक लड़की को संभालते हुए दिख रहे हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- ये रेटिंग गोला की 'कान' क्यों तोड़ रहे हैं पुलिस वाले?

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ट्विटर आर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वीडियो को सही से देखा तो पाया कि वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी कन्नड़ बोल रहे थे। साथ ही, उनकी वर्दी पर कर्नाटक पुलिस विभाग का लोगो है।

 

 जांच में आगे वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए हमने अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल किया। परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें न्यूज़18 (आर्काइव) की रिपोर्ट में मिली। ये खबर 12 सितंबर 2023 को अपलोड की गयी थी। इससे ये साफ है कि वायरल वीडियो एक साल पुराना है। प्रकाशित खबर में वायरल वीडियो के विजुअल्स देखे जा सकते हैं।

 ये घटना कर्नाटक के मैंगलोर में हुई थी। 1 सितंबर 2023 को मैंगलोर में एक दवा की दुकान में एक युवती आक्रामक व्यवहार कर रही थी। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस को शक हुआ कि महिला शायद ड्रग्स ले रही है और जिसके चलते उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। जांच के बाद पता चला कि महिला ने कोई नशीली दवा नहीं ली थी। बाद में लड़की को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।

ये खबर इंडियाटुडे, दाईजीवर्ल्ड पर भी 2023 को प्रकाशित हुई है। खबरों के अनुसार, लड़की को ड्रग्स की जांच के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया था।

अब हमें 2023 को मैंगलोर सिटी पुलिस (आर्काइव) द्वारा साझा की गई एक प्रेस रिलीज मिली। जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि लड़की ने कोई मादक पदार्थ नहीं ली थी।

प्रेस रिलीज में लिखा है- 12 सितंबर 2023 को सुबह लगभग 06.50 बजे गणेश मेडिकल, पंपवेल, मैंगलोर शहर में, एक युवती असामान्य और आक्रामक तरीके से व्यवहार कर रही थी, जब आबकारी विभाग के अधिकारियों ने उसे ड्रग्स लेने के संदेह से मेडिकल चेक-अप के लिए ले जाने की कोशिश की लेकीन वो काबु में नहीं आ रही थी। जिसके बाद सहायता के लिए मैंगलोर ईस्ट पुलिस को बुलाया गया । इस बार उसने पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ आक्रामक व्यवहार किया और उसे आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा आवश्यक महिला कर्मचारियों के साथ मेडिकल जांच के लिए आबकारी विभाग के वाहन में अस्पताल ले जाया गया।

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इसके अलावा हमें रेंटिंग गोला  (आर्काइव)  एक ट्विट मिला। जिसमें वायरल वीडियो को रीपोस्ट करके जानकारी दी गई है कि वायरल वीडियो में दिख रही लड़की वह नहीं है। पोस्ट में लिखा है- मुझे फोन करने वाले मेरे सभी शुभचिंतकों को; यह मैं नहीं हूँ! मैं सुरक्षित हूँ!

कौन है रेंटिंग गोला-

रेंटिंग गोला एक कंटेंट क्रिएटर है। इनका असली नाम है शमिता यादव। इंस्टाग्राम, ट्विटर और यूट्यूब पर हजारों फॉलोअर्स वाली, बीस वर्षीय शमिता यादव देश की सामाजिक-राजनीतिक स्थितियों को समझाने वाले अपने शॉर्ट वीडियो के लिए जानी जाती हैं।

 निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो में पुलिस द्वारा काबू की जा रही लड़की कंटेंट क्रिएटर रेंटिंग गोला नहीं है। वायरल वीडियो सितंबर 2023 का है । जब मैंगलोर में एक दवा की दुकान में लड़की आक्रामक व्यवहार करने के कारण पुलिस ने उसे पकड़ा था।

Claim :  पुलिस द्वारा काबू की जा रही लड़की कंटेंट क्रिएटर रेटिंग गोला है।
Claimed By :  Social Media User
Fact Check :  FALSE
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