
एक महिला के शव की तस्वीर जो कि शरीर के मध्य से पूर्ण रूप से जली हुई है को सोशल मंचो पर अलग अलग दावों के साथ साझा किया जा रहा है, इस हृदय विदारक तस्वीर को सांप्रदायिक दावों के साथ यह कहकर सोशल मंचो पर फैलाया जा रहा है कि ये घटना राजस्थान से है जहाँ रिज़वान अंसारी नामक एक व्यक्ति द्वारा एक १३ वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और उसे जिन्दा जला दिया गया, इस तस्वीर को हाथरस मामले के बाद सोशल मंचो पर बहुत ज्यादा प्रतिक्रियायें प्राप्त हो रहीं है|
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“दिल दहलाने वाली यह तस्वीर राजस्थान के टोंक ज़िला निवाई तहसील की हैं,जहाँ १३ वर्षीया पायल जैन को उसी तहसील के रिज़वान अन्सारी ने बलात्कार के बाद ज़िन्दा जला दिया। राजस्थान सरकार और मीडिया चुप हैं,क्यों |”
दिल दहलाने वाली यह तस्वीर राजस्थान के टोंक ज़िला निवाई तहसील की हैं,जहाँ १३ वर्षीया पायल जैन को उसी तहसील के रिज़वान अन्सारी ने बलात्कार के बाद ज़िन्दा जला दिया। राजस्थान सरकार और मीडिया चुप हैं,क्यों?
— Dr.Santosh vyas…🌶🌶 (@DrSantoshvyas1) October 2, 2020
– social media@ashokgehlot51 @ABPNews@aajtak
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
ये घटना मध्य प्रदेश के धार से है, और इस घटना का साम्प्रदायिकता से कोई सम्बन्ध नहीं है, पीड़ित व आरोपी एक ही समुदाय से हैं व ये केवल हत्या कर शरीर को निर्ममता से जलाने का मामला है, इस प्रकरण में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है| |
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें कुछ न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार यह घटना मध्य प्रदेश के धार जिले से होने का दावा किया गया है |
फैक्ट क्रेसेंडो ने तद्पश्चात धार के एस.पी आदित्य प्रताप सिंह से संपर्क किया उनके द्वारा हमें बताया कि
“यह घटना राजस्थान से नही बल्कि मध्य प्रदेश में स्थित गंधवानी इलाके से है | यह घटना २९ सितंबर को घटी थी और इस घटना का कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है | महिला की हत्या करने के बाद उसे जला दिया गया था | इस महिला के साथ दुष्कर्म होने वाली बाद गलत है | पीड़ित और आरोपी एक दुसरे को पहचानते थे व वह सब एक ही बिरादरी से थे | एक आरोपी सोहनलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि गोविंद अभी भी फरार है |”
फैक्ट क्रेसेंडो ने तद्पश्चात गंधवानी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक जयराज सोलंकी से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि
“सोशल मीडिया पर चल रहे दावे सरासर गलत है | इस घटना के साथ संप्रदायिकता का कोई संबंध नही है | पीड़ित एवं आरोपी एक ही समुदाय से हैं | वे सब एक दुसरे को काफी पहले से पहचानते थे | उनका मैरिज ब्यूरो का काम था | वे दुसरी बिरादरी के परिवार के लिए लड़की ढूँढने का काम करते थे जिसके चलते परिवार वाले उन्हें “वधु मूल्य” देते थे | इसी बीच उन्हें एक परिवार ने ८०००० हज़ार रुपये दिए थे वधु मूल्य के रूप में जिसके बाद लड़की भाग गयी थी | इसी बीच पैसों को लेकर आपसी झगड़ों के चलते आरोपियों ने इस महिला की हत्या कर दी | इस महिला के साथ दुष्कर्म कर उसे जिन्दा जला देने वाली बात भी गलत है | साथ ही तस्वीर में दिख रही महिला ३० वर्षीय थी ना कि १३ वर्षीय | आप प्राथमिकी में भी देख सकते है कि इस घटना के चलते आरोपियों पर धरा 302 (हत्या), 201 और 34 के तहत मुकदमा दायर किया गया है |”
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर मध्य प्रदेश के धार जिले से है जहाँ इस लड़की की हत्या कर उसके शव को जला दिया गया था | इस घटना के साथ संप्रदायिकता व दुष्कर्म से साथ कोई संबंध नही है | पीड़ित नाबालिग नही थी |

Title:आधी जली हुई महिला की तस्वीर को गलत दावों के साथ सोशल मंचो पर वायरल किया जा रहा है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
