गुजरात में गरबा खेल रही महिलाओं पर पथराव के आरोपी युवकों की पिटाई का पुराना वीडियो हालिया बताकर वायरल
अभी हाल में देशभर में नवरात्रि की धूम देखी गई, जिसमें पिछले कुछ समय से कई जगहों पर गैर हिन्दुओं के गरबा कार्यक्रम में आने पर प्रतिबंध जैसे विवाद सामने आए। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है किस तरह से एक शख्स को खंभे में बांधकर कुछ लोग सब के सामने पीट रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि गुजरात में गरबा खेल रही महिलाओं पर मस्जिद से पथराव करने वाले युवकों की पुलिस ने खंभे से बांधकर पिटाई की।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- ये गुजरात में खेड़ा नाम की जगह है. गरबा नृत्य कर रही महिलाओं के एक समूह पर मस्जिद से पथराव किया गया, जिसमें कुछ महिलाएं घायल हो गईं। इस घटना पर प्रतिक्रिया करते हुए, पुलिस ने उपद्रवियों को *शरिया कानून के अनुसार* वही सलूक दिया जो सऊदी अरब में दिया जाता है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में अलग अलग की-वर्ड के साथ सर्च करना शुरु किया। परिणाम में वायरल वीडियो का मूल वीडियो हमें जनसत्ता की वेबसाइट पर दिखाई दिया। रिपोर्ट को 5 अक्टूबर 2022 को प्रकाशित किया गया था। जिसके अनुसार, खेड़ा जिले के उधेला गांव में गरबा कर रहे लोगों पर करीब 150 लोगों की भीड़ ने पथराव किया था। शिकायत मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और कार्रवाई करते हुए 43 लोगों की पहचान की।
इस रिपोर्ट से यह हमें इतना तो स्पष्ट हुआ कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है।
फिर मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमारे द्वारा आगे की जांच करने पर वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट इंडिया टुडे के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। इसे 4 अक्टूबर 2022 को अपलोड किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, 3 अक्टूबर 2022 की रात खेड़ा के उंधेला गांव में नवरात्रि के दौरान गरबा समारोह में पथराव की घटना सामने आई। जिसके बाद पुलिस ने इस कार्यक्रम में कथित तौर पर पथराव करने के आरोप में नौ लोगों को हिरासत में लिया और मंगलवार 4 अक्टूबर 2024 को उन्हें ग्रामीणों के सामने पेश किया। इस दौरान पुलिस ने एक के बाद एक नौ लोगों को बुलाया और उन्हें सबके सामने खंभे से बांधकर पीटा। तब वहां मौजूद ग्रामीणों ने “गुजरात पुलिस जिंदाबाद” के नारे भी लगाये।
हमने देखा कि यह खबर एनडीटीवी, द हिन्दू और वायर द्वारा भी अक्टूबर 2022 में प्रकाशित की गई थी। रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि वायरल क्लिप दो वर्ष पुरानी है। प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि, गुजरात पुलिस के आला अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से लोगों की पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश भी दिये थे।
निष्कर्ष- इस सारी जानकारी से यह स्पष्ट है कि, गुजरात में गरबा कार्यक्रम पर पथराव की घटना के बाद पुलिस द्वारा आरोपियों की पिटाई का दो साल पुराना वीडियो, हाल की घटना के रूप में शेयर किया जा रहा है।