१९ फरवरी २०१९ को पहली बार फेसबुक पर साझा की गई न्यूज़ एक्सप्रेस की यह खबर काफी चर्चा में है और तेजी से साझा की जा रही है | हैडलाइन तथा खबर में यह कहा गया है कि शहीदों के लिए निकाले गए कैंडल मार्च में BJP नेता ने लगाये मोदी जिंदाबाद के नारे, पब्लिक ने जमकर कुटा | खबर में सिर्फ एक ट्वीट दिया गया है व यह घटना कहाँ घटित हुई, कब हुई इस बात की कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है | सो यह जानना जरुरी है कि क्या वाकई में इस तरह की कोई घटना घटित हुई है और यह शख्स कौन है? जानते है सच्चाई |
देखते है यह खबर फेसबुक पर कितना असर जमा रही है | फैक्ट चेक किये जाने तक खबर को BHOSKE-Godse, BJP मुक्त भारत तथा I SUPPORT RAVISH KUMAR के पेजेस पर ३४४५ लाइक, १७३ कमेंट्स, १५३३ शेयर मिले है |
खबर में कहा गया है कि…
न्यूज़ एक्सप्रेस की खबर में रविता पुनिया का एक ट्वीट साझा कर यह कहा गया है की फोटो में दिखाई दे रहा यह शख्स एक बीजेपी नेता है तथा शहीदों के लिए निकाले गए एक कैंडल मार्च में मोदी जिंदाबाद के नारे लगाये जाने पर उसे गुस्साई पब्लिक ने जमकर पीटा |
रविता पुनिया का वह ट्वीट जिसमें उन्होंने कहा है की इस शख्स को शहीद की अंत्ययात्रा में मोदी जिंदाबाद के नारे लगाने के बाद पिटा गया, नीचे देख सकते है |
संशोधन से यह पता चलता है की…
जब हम रविता पुनिया द्वारा किये गए ट्वीट पर गए तो नीचे हमें संमिश्र प्रतिक्रिया पढने को मिली | और आगे पढने पर हमें दो ट्वीट ऐसे मिले जो रविता पुनिया के ट्वीट को झुठला रहे है | लिंकन सोखादिया व मोनार्क मिस्त्री द्वारा किये गए ट्वीट पर दावा किया गया की जो शख्स फोटो में दिख रहा है उनका नाम कल्पेश देवानी है एवं वह गुजरात से है | यह भी दावा किया गया कि ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई है तथा ट्वीट में जो फोटो इस्तेमाल किया गया है, वह वास्तव में २०१७ की घटना का है, जब कल्पेश देवानी पर गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था | यह तीनों ट्वीट नीचे देखे जा सकते है |
लिंकन सोखादिया का ट्वीट जिन्होंने कहा है की वह इस शख्स कल्पेश देवानी के मित्र है |
मोनार्क मिस्त्री का ट्वीट जिन्होंने कहा है की यह शख्स कल्पेश देवानी है एवं यह तस्वीर तब की है जब २०१७ में हार्दिक पटेल के समर्थकों ने उन पर हमला किया था |
वह गुजराती ट्वीट जब २०१७ में कल्पेश देवानी पर हार्दिक पटेल के समर्थकों ने हमला किया था |
अब हमने लिंकन सोखादिया व मोनार्क मिस्त्री द्वारा किये गए दावों की पुष्टि पर ध्यान केन्द्रित किया | ट्वीटर पर खंगालने के बाद कल्पेश देवानी का अकाउंट मिला जिसपर उनके बारे में कई जगह वायरल होते हुए सन्देश उन्होंने रि-ट्वीट किये है | कल्पेश देवानी का ट्वीटर अकाउंट का स्क्रीन शॉट व उन्होंने किया हुआ VOICE OF VOICES का रि-ट्वीट नीचे देख सकते है |
अब इस दावे की पुष्टि करना बाकि था की क्या वास्तव में २०१७ में कल्पेश देवानी पर हार्दिक पटेल के समर्थकों द्वारा जानलेवा हमला हुआ था | गूगल करने पर पता चला की ऐसी घटना कल्पेश देवानी के साथ वास्तव में घटित हुई थी | ८ दिसंबर २०१७ को टाइम्स ऑफ़ इंडिया समाचार पत्र में छपी खबर के अनुसार, कल्पेश देवानी द्वारा की गई शिकायत के बाद हार्दिक पटेल के समर्थक अल्पेश कथीरिया के खिलाफ हत्या के प्रयास की प्राथमिकी (एफआयआर) दर्ज की गई | इसके एक वर्ष बाद ६ दिसम्बर २०१८ की समाचार एजेंसी UNI की एक खबर मिलती है, जिसके अनुसार इस मामले में अल्पेश कथीरिया को जमानत मिली | अल्पेश कथीरिया को जमानत मिलने की खबर OPINDIA ने भी दी थी |
ARCHIVE TOI | ARCHIVE UNI | ARCHIVE OPINDIA
जांच का परिणाम : इस संशोधन से न्यूज़ एक्सप्रेस की खबर ने रविता पुनिया के ट्वीट का हवाला देकर जो दावा किया है वह गलत पाया जाता है | अतः यह खबर गलत (FALSE) है |

Title:शहीदों के लिए निकाले गए कैंडल मार्च में BJP नेता ने लगाये मोदी जिंदाबाद के नारे, पब्लिक ने जमकर कुटा | क्या है सच्चाई?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
