
८ दिसंबर २०१८ को पहली बार फेसबुक पर साझा की गई 24 VIRAL PAGE की यह खबर हाल ही में १७ फरवरी २०१९ को फिर से पोस्ट की गई है | हैडलाइन में भी यह कहा गया है कि सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा रहे लेफ्टेनेंट जनरल बोले- भारतीय सेना के काम में फालतु दखल न दे सरकार | भारतीय सेना तथा सरकार दोनों की दृष्टी से यह विषय काफी संजीदा है | सो यह जानना जरुरी है कि क्या वाकई में लेफ्टेनेंट जनरल ने ऐसा वक्तव्य किया है? जानते है इस दावे की सच्चाई |
ARCHIVE-24VIRAL PAGE
देखते है यह खबर फेसबुक पर कितना असर जमा रही है | फैक्ट चेक किये जाने तक खबर को I AM WITH RAVISH KUMAR, I SUPPORT RAHUL GANDHI तथा अंध भक्त मुक्त भारत के पेजेस पर २००० लाइक, १०५ कमेंट्स, ४५२१ शेयर मिले है |
ARCHIVE I AM WITH RAVISH KUMAR
खबर में कहा गया है कि…
संशोधन से यह पता चलता है की…
खबर के अनुसार लेफ्टेनेंट जनरल (सेवानिवृत) डीएस हुड्डा ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिए जाने के बाद कुछ लोगों द्वारा उस घटना का वोट के लिए फायदा उठाने के लिए प्रचार जरुरत से ज्यादा प्रचार करने की बात पर जोर तो दिया है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से कहीं भी नहीं कहा है की सरकार भारतीय सेना के काम में फालतु दखल न दे | हालाँकि उन्होंने यह कहा है सेना को इस सर्जिकल स्ट्राइक की ज्यादा जरुरत थी |
जांच का परिणाम : उपरोक्त संधोधन से यह स्पष्ट होता है कि लेफ्टेनेंट जनरल (सेवानिवृत) डीएस हुड्डा ने सर्जिकल स्ट्राइक के जरुरत से ज्यादा प्रचार व राजनीतिकरण का विरोध तो किया है लेकिन सरकार भारतीय सेना के काम में फालतु दखल न दे, यह बिलकुल भी नहीं कहा है, जैसा की हैडलाइन में दावा किया गया है | अतः इस खबर का शीर्षक गलत (FALSE HEADLINE) है |

Title:सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा रहे लेफ्टेनेंट जनरल बोले- भारतीय सेना के काम में फालतु दखल न दे सरकार | क्या यह हैडलाइन सही है?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False Headline (यह शीर्षक गलत है)
