क्या प्रधानमंत्री मोदी ने १ करोड़ कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का मुफ्त इलाज कराने का दावा किया हैं?

Coronavirus False

सोशल मीडिया पर इंडिया टीवी के न्यूज़ बुलेटिन के एक स्क्रीनशॉट को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा ही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके रेडियो प्रोग्राम “मन की बात” के एक संबोधन में एक करोड़ COVID -19 मरीजों का मुफ्त में इलाज करने का दावा किया है | यह स्क्रीनशॉट इस वजह से भी वायरल है क्योंकि अब तक भारत में १ लाख ९० हज़ार लोग इस बीमारी से संक्रमित हुए है | भारत में १ जून, २०२० तक लगभग १९०५३५ कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज और लगभग ५१६७ मौतें हुईं है | भारत वर्तमान में दुनिया में आठवें सबसे अधिक कोरोनावायरस से संक्रमित देशों में से एक है, और इसके बावजूद भी अगर पूरी दुनिया के संक्रमितों को भी जोड़ें तो एक करोड़ का आंकड़ा गलत है|

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक  

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस वक्तव्य से सम्बंधित मन की बात प्रोग्राम को ढूँढने से की | ३१ मई २०२० के मन की बात रेडियो संबोधन में, पीएम मोदी ने देश में कोरोनावायरस स्थिति पर चर्चा की थी और साथ ही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) को लोकप्रिय रूप से आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना के रूप में लोगो द्वारा अपनाने की बात की थी | १७ मिनट ५५ सेकंड के समय पर, पीएम आयुष्मान भारत योजना को संबोधित करना शुरू करते हैं और १८ मिनट ५ सेकंड पर उन्होंने ये कहा कि योजना के लॉन्च के होने के डेढ़ साल बाद, १ करोड़ से अधिक लोगों को योजना का लाभ मिला है |

आयुष्मान भारत हमारे देश की प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसे सितंबर २०१८ में लॉन्च किया गया था | इसका उद्देश्य अधिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र बनाने के साथ-साथ स्वास्थ्य कवर प्रदान करना है | यह योजना धनराशि से स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है जिसके तहत ५ लाख रुपये उन परिवारों को दिये जातें है जो हर साल भारतीय आबादी का ४०% हिस्सा बनते हैं जिन्हें माध्यमिक और तृतीयक देखभाल के लिए अस्पताल की ज़रूरत होती है | इसके देश भर में लगभग ५० करोड़ लाभार्थी हैं |

हमें इंडिया टीवी द्वारा इस सम्बन्ध में प्रकाशित एक स्पष्टीकरण भी प्राप्त हुआ | इंडिया टीवी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा अपलोड किये गए ट्वीट में लिखा गया है कि

 “#Correction कल मन की बात के प्रसारण के दौरान ये खबर चली कि भारत में कोरोना के एक करोड़ मरीज़ों का इलाज हुआ। ये मानवीय भूल थी। हम साफ कर दें कि भारत में कोरोना मरीज़ों की संख्या इतनी ज्यादा नहीं है। इस गलती के लिए हमें खेद है |”

आर्काइव लिंक

प्रधान मंत्री के राष्ट्र के नाम रेडियो प्रसारण में उन्होंने उन आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना के तहत लाभार्थियों के बारे में बात की थी जिन्होंने सितंबर २०१८ में इस योजना के लॉन्च होने के बाद से इस स्वास्थ्य योजना का लाभ उठाया है, प्रधानमंत्री द्वारा अब तक इस योजना के तहत लाभार्थियों की संख्यां को १ करोड़ बताया गया है | इस पोस्ट का देश में COVID-19 मामलों से कोई संबंध नही है, करोना के साथ इस आंकड़े को गलत तरीके से जोड़ भ्रम फैलाया जा रहा है|

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | प्रधान मंत्री मोदी ने मन की बात प्रोग्राम के अपने सन्देश में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना द्वारा १ करोड़ लाभार्थियों के बारे में बातया था| इंडिया टीवी द्वारा मानवीय भूल के कारण ये त्रुटी हुई थी जिसका स्पष्टीकरण उनके द्वारा दिया गया है | इस आंकड़े का कोरोनावायरस मरीजों के इलाज के साथ कोई संबंध नही है |

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Title:क्या प्रधानमंत्री मोदी ने १ करोड़ कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का मुफ्त इलाज कराने का दावा किया हैं?

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False