२०१९ की कलबुर्गी (कर्नाटका) में हुई रामनवमी रैली को उज्जैन से जोड़ वायरल किया जा रहा है।

Communal False

हालही में उज्जैन में पथराव की घटना हुई थी जिसको लेकर सोशल मंचो पर एक वीडियो को काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। वीडियो में आप सैकड़ों लोगों की भीड़ को हाथ में केसरी रंग के झंड़े लिये देख सकतें हैं, ये सारे लोग लोग एक मस्जिद के सामने खड़े हुए नज़र आ रहे है। वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है, उसके मुताबिक यह वीडियो मध्य प्रदेश के उज्जैन का है जहाँ हिंदू समुदाय के लोगों द्वारा उज्जैन में वर्तमान में हुये पथराव के विरोध में एक मस्जिद के सामने एकत्र हो अपना विरोध जताया है।

वायरल हो रहे वीडियो के शीर्षक में लिखा है,

 “मध्य प्रदेश के उज्जैन मे जिहादीयो द्वारा पथराव के खिलाफ हिन्दुओं ने मस्जिद के सामने अपनी एकता का परिचय दिखाया।“

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इस वीडियो को सोशल मंचो पर काफी तेजी से वायरल किया जा रहा है।

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो २०१९ का कर्नाटका के कलबुर्गी में हुए रामनवमी की रैली का है। इस वीडियो का मध्य प्रदेश के उज्जैन से कोई संबन्ध नहीं है।

सबसे पहले हमने वायरल हो रहे इस वीडियो की जाँच इनवीड- वी वैरिफाइ टूल के माध्यम से छोटे कीफ्रेम्स में काटकर गूगल रीवर्स इमेज सर्च करने से की, परिणाम में हमें यही वीडियो यूट्यूब पर प्रसारित किया हुआ मिला। यह वीडियो इस वर्ष 26 दिसंबर को अपलोड किया गया था व उसके शीर्षक में लिखा है, “राम नवमी का सबसे बड़ा उत्सव गुलबर्गा शोभा यात्रा 2020।”

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इसके पश्चात हमने उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुए यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया, नतीजन हमें हिरेमथ वरुण नामक एक यूटयूब चैनल पर सद्रश्य वीडियो मिला, परंतु उसके शीर्षक में लिखा था, “राम नवमी का सबसे बड़ा उत्सव गुलबर्गा शोभा यात्रा 2019,” व इस वीडियो को 13 अप्रैल 2019 को प्रसारित किया गया था।

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तदनंतर हमने उपरोक्त यूट्यूब वीडियो के साथ दी गयी जानकारी को ध्यान में रखकर गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमे ए.एन.आई न्यूज़ द्वारा प्रसारित एक वीडियो मिला। यह वीडियो 22 अप्रैल 2019 को प्रसारित किया गया था। वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “कलबुर्गी में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा राम नवमी के जुलूस के दौरान हिंदू भक्तों को जूस वितरित किया गया।“ 

इस वीडियो में आप वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहें दृश्य, 0.10 से 0.14, 1.35 से 1.38, 1.52 से 1.57 मिनट तक देख सकते है। वीडियो में जो जानकारी दी गयी है उसके मुताबिक वीडियो कलबुर्गी ज़िले के कादरी चौक में स्थित एक मस्जिद के सामने का हैं। 

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आपको नीचे दी गयी तुलनात्मक तस्वीर में वायरल हो रहे वीडियो व मूल वीडियो से ली गयी तस्वीरें दिखेगी।

तत्पश्चात हमने इस बात की पुष्टि करने की कोशिश की कि वायरल हो रहा वीडयो मध्य प्रदेश के उज्जैन का नहीं है। इसके लिए हमने उज्जैन के एस.पी सत्येंद्र कुमार शुकला से संपर्क किया व उन्हें वायरल हो रहा यह वीडियो दिखाया, वाडियो देखने पर उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह वीडियो उज्जैन नहीं है। उन्होंने कहा, वायरल हो रहा दावा सरासर गलत है। यह वीडियो उज्जैन का नहीं है। वर्तमान में उज्जैन में ऐसी कोई भी घटना नहीं घटी है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत व भ्रामक है। वायरल हो रहा वीडियो 2019 में कर्नाटका के कलबुर्गी में हुए रामनवमी की रैली के दौरान का है। इस वीडियो का मध्य प्रदेश के उज्जैन में वर्तमान में हुए पथराव की घटना से कोई संबन्ध नहीं है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. मज़ाक के तौर पर बनाए गये वीडियो को सांप्रदायिकता से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

२. मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी का मुखौटा पहने भा.ज.पा कार्यकर्ता की पिटाई का वीडियो बिहार चुनाव प्रचार का बता वायरल किया जा रहा है।

३. डॉक्टर देवेंद्र शर्मा द्वारा पूर्व में किये अपराधों को वर्तमान कोरोना महामारी से जोड़ फैलाया जा रहा है।

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Title:२०१९ की कलबुर्गी (कर्नाटका) में हुई रामनवमी रैली को उज्जैन से जोड़ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False