
४ मई २०१९ को फेसबुक पर ‘Mitrasen S. Yadav’ नामक एक यूजर द्वारा एक पोस्ट साझा किया गया है | पोस्ट में एक फोटो दिया गया है |
फोटो में योगी आदित्यनाथ, श्री श्री रवि शंकर और शेफाली वैद्य दिखाई दे रहे हैं | इस तस्वीर के नीचे ‘Oh! My God’ नामक हिंदी फिल्म की एक तस्वीर देकर व्यंगात्मक तरीके से दर्शाया गया है | पोस्ट का विवरण इस प्रकार है – फिल्मों में अक्सर सच ही दिखाया जाता है जिसको मंदबुद्धि लोग समझते नहीं है । ओ माई गाड जैसी तर्कसंगत में…
क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
उपरोक्त पोस्ट मे दी गयी तस्वीर को गौर से देखने से यह तस्वीर फोटोशोप के मदद से बदली गयी है साफ़ समझ में आता है | तस्वीर के पिछले हिस्से में दो व्यक्ति दो बार नज़र आतें हैं | इससे हमारा संदेह बढ़ा |
हमने इस तस्वीर के दावे को गूगल मे ‘yogi adityanath and sri sri meets’ इन की वर्ड्स से ढूंढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
‘OneIndia’ द्वारा दी गयी ७ मार्च २०१८ की इस ख़बर मे श्री श्री रवि शंकर ३ दिन के ‘अनुग्रह यात्रा’ पर थे | इस ख़बर के अनुसार इस यात्रा के दौरान जब वें २७ फ़रवरी २०१८ को गोरखपुर मे पहुंचे, तो योगी आदित्यनाथ उनसे मिले थे | इस ख़बर में उपरोक्त पोस्ट से मिलती-जुलती तस्वीर भी मिली |
दोनों तस्वीरों को हमने विश्लेषण के लिए हमने नीचे दिया है |
मगर दावे के अनुसार शेफाली वैद्य के बारे में कहीं उल्लेख नहीं था | संशोधन के लिए हम शेफाली वैद्य के फेसबुक अकाउंट को ढूंढकर उसमे २०१८ के पोस्ट मे इस ख़बर से जुड़ी ख़बर ढूँढने लगे |
१७ मई २०१८ को शेफाली ने अपने फेसबुक अकाउंट मे अपनी एक फोटो पोस्ट की थी | यह पोस्ट में शेफाली द्वारा दी गयी तस्वीर उपरोक्त पोस्ट से मेल खाती है मगर इसे फोटोशोप की मदद से उपरोक्त पोस्ट मे जोड़ दिया गया है यह साफ़ समझ मे आता है |
दोनों तस्वीरों को हमने विश्लेषण के लिए हमने नीचे दिया है |
इसके पश्चात २९ मई २०१८ और ३० मई २०१८ के पोस्ट मे शेफाली ने इस बात पर अपमानित और शिकायत ज़ाहिर की है, जिससे यह बात और पुख्ता होती है कि उपरोक्त तस्वीर भ्रम पैदा करने के लिए बनायीं गयी है | यह फेसबुक पोस्ट्स आप नीचे देख सकते है |
साथ ही शेफाली ने अपने पोस्ट मे opindia और rightlog द्वारा दी गयी ख़बर के लिंक भी शेयर किया है |
इस संशोधन से हमें पता चलता है कि, उपरोक्त पोस्ट में जो फोटो साझा किया गया है वह फोटोशोप के ज़रिए भ्रम पैदा करने के लिए बनायीं गयी है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा की, “फिल्मों में अक्सर सच ही दिखाया जाता है जिसको मंदबुद्धि लोग समझते नहीं है । ओ माई गाड जैसी तर्कसंगत में…|” सरासर गलत है | उपरोक्त फोटो को फोटोशोप के मदद से भ्रम पैदा करने के लिए बदला गया है |

Title:क्या योगी आदित्यनाथ, श्री श्री रवि शंकर और शेफाली वैद्य एक तस्वीर में हैं ? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
