यह प्रदर्शन ‘FEMEN’ ग्रुप की महिलाओं का हैं जो टॉपलेस होकर समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाती है। उसी वीडियो को बुर्के और हिजाब के विरोध में प्रदर्शन का बता कर फेक दावा किया जा रहा है।

इंटरनेट पर कुछ महिलाओं का टॉपलेस हो कर प्रदर्शन करने का काफी हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो किसी जगह का है जहां पर कुछ महिलायें टॉपलेस हो कर अपने हाथों में तख्तियां ली हुई हैं। तख्तियों पर महिलाओं के ऊपर हो रही हिंसा से संबंधित स्लोगन लिखे नज़र आ रहे हैं। वहीं वीडियो में कुछ महिलाएं अपने सिर से काले कपड़े को हटा कर लहराते हुए भी दिख रही हैं। वीडियो को शेयर कर रहे हैं यूज़र्स ये दावा कर रहे हैं कि यह प्रदर्शन फ्रांस के पेरिस का है जहां पर ईरानी महिलाओं ने हिजाब और बुर्का के खिलाफ प्रदर्शन किया है। पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा है कि….
एक ओर फ्रांस के पेरिस में ईरान की मुस्लिम महिलाएं हिजाब और कट्टरपंथियों के खिलाफ अनोखे तरह से प्रदर्शन करने को मजबूर हो रही हैं*वहीं उसी मजहब के कट्टरपंथी पाकिस्तान अफगानिस्तान, बांग्लादेश व भारत में उन्हें बुर्का हिजाब, तीन तलाक हलाला जैसी बंधनकारी कुप्रथाओं में जकड़कर नारकीय जीवन जीने को मजबूर कर रही हैं। हालांकि प्रदर्शन के ये दृश्य भी सभ्य समाज में उचित नहीं हैं। महिलाओं को कोई और तरीका अपनाना चाहिए था। एक समय ईरान बहुत लिबरल देश माना जाता था जहां, महिलाएं आधुनिक कपड़े पहना करती थीं।*किंतु, कट्टरपंथियों का कहर वहां भी बरपने लग गया।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में यह देखा कि वायरल वीडियो में न्यूज आउटलेट Brut का लोगो मौजूद है। इसको ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड्स सर्च किया। परिणाम में हमें वायरल वीडियो का वर्जन Brut और Brut inidia के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला। यहां पर वीडियो को 24 नवंबर 2024 को पोस्ट किया गया था। इसके साथ फ्रेंच कैप्शन में लिखा हुआ था। जिसे (हिंदी में अनुवाद करने पर) हम दुनिया में महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर से पर्दा हटाना चाहते हैं यह हुआ लिखा था।
साथ ही कैप्शन से हमें ये भी पता चला कि पेरिस में फीमेन (FEMEN) एक्टिविस्ट ने पूरी दुनिया में महिलाओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ टॉपलेस होकर प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।

अपनी पड़ताल के दौरान हमने प्रदर्शन से जुड़ी पोस्ट को FEMEN के इंस्टाग्राम हैंडल पर भी देखा। हमें इस विरोध प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो यहां शेयर किए हुए मिले।
इनमें से FEMEN की तरफ से किए गए एक पोस्ट के हवाले से पता चला कि 24 नवंबर को महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के मद्देनजर विभिन्न देशों की 100 FEMEN कार्यकर्ताओं ने महिलाओं के उत्पीड़न के सवाल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। 24 नवंबर को विभिन्न देशों के 100 FEMEN कार्यकर्ताओं ने पेरिस से धर्मतंत्र, युद्ध और तानाशाही द्वारा दबाई गई सभी महिलाओं के खिलाफ आवाज़ उठाई थी। राजनीतिक विद्रोह के इस कार्य में FEMEN ने लूवर संग्रालय के प्रांगण को क्रांतिकारी प्रतिरोध के स्थान में बदल डाला। प्रदर्शन में अफगानिस्तान, ईरान, इराक, कुर्दिस्तान, यूक्रेन, फिलिस्तीन, इजराइल, सूडान, लीबिया की उत्पीड़ित और प्रताड़ित लड़कियों और महिलाओं के साथ एकजुटता दिखाई गई थी।
फीमेन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह एक अंतरराष्ट्रीय महिला आंदोलन है, जिसमें बहादुर टॉपलेस महिला कार्यकर्ता शामिल हैं।
फोटो एजेंसी अलामी डॉट कॉम पर भी इस मामले से जुड़ी तस्वीर को शेयर किया गया है। बताया गया है कि, फीमेन एक्टिविस्ट ने 24 नवंबर, 2024 को अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस से पहले पेरिस में लौवर संग्रहालय के सामने मध्य पूर्व में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था।
इसी मामले से जुड़ी खबर हमें ‘shethepeople.tv’ की वेबसाइट पर भी मिली। यहां खबर में दी गई विस्तृत जानकारी के अनुसार, 25 नवंबर को फीमेन की सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने फ्रांस के पेरिस में लौवर संग्रहालय के बाहर अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस” के मौके पर टॉपलेस विरोध प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में “फेम, वी, लिबर्टे”(महिलाएं, जीवन, आजादी) के नारे के तहत 100 से अधिक एक्टिविस्टों ने हिस्सा लिया था, जिनके शरीर पर “स्टॉप वॉर ऑन वुमन” और “महिलाएं, जीवन, आजादी” जैसे नारे लिखे हुए थे।
इससे स्पष्ट है कि महिलाओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ टॉपलेस होकर किए गए प्रदर्शन के वीडियो को गलत दावे से ईरानी मुस्लिम महिलाओं के हिजाब विरोधी आंदोलन का बताकर शेयर किया जा रहा है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। असल में वीडियो फ्रांस के पेरिस का है जहां पर महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ FEMEN’ नामक एक फेमिनिस्ट ग्रुप ने टॉपलेस हो कर प्रदर्शन किया था। उसी वीडियो को ईरानी महिलाओं द्वारा हिजाब और बुर्का के खिलाफ प्रदर्शन का बता कर शेयर किया जा रहा है।

Title:टॉपलेस हो कर प्रदर्शन कर रही महिलाओं का वीडियो गलत दावे से वायरल…
Written By: Priyanka SinhaResult: False
