अखिलेश यादव ने सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश में 2000 मस्जिदें बनाने का वादा नहीं किया; ग्राफ़िक कार्ड फेक है।

False Political

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता नासिर सलीम ने हमसे पुष्टि की कि वायरल ग्राफ़िक पोस्टर फेक है।

समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के बयान वाला एक पोस्टर सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है। इस ग्राफ़िक पोस्टर के साथ दावा किया जा रहा है कि अखिलेश यादव ने चुनाव जीतने पर 2000 मस्जिद बनाने, दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण कम करने और मुसलमानों को 30 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा किया है। पोस्टर में आगे दावा किया गया है कि लव जिहाद के कानून को खत्म किया जाएगा।

इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “पश्चिमी यूपी और पूर्वांचल में 2000 नई मस्जिद बनाई जायेगी, अयोध्या में बाबरी मस्जिद के लिए 1000 करोड़ रुपये दिए जायेंगे, अयोध्या का नाम परिवर्तन किया जाएगा, दलितों और पिछड़ों का आरक्षण कम कर के मुसलमानों को 30 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा, लव जेहाद कानून को खत्म किया जायेगा, यह वादा है मुसलमानों से, अखिलेश यादव।”

फेसबुक पोस्ट

ये पोस्टर फेसबुक पर काफी तेजी से फैलाया जा रहा है।

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त पोस्टर में किए गए दावों की पुष्टि करने वाली संबंधित समाचार रिपोर्ट खोजने के लिए गूगल पर एक कीवर्ड से अपनी जांच शुरू की। हालांकि, हमें इससे संबंधित कोई रिपोर्ट नहीं मिली। अगर समाजवादी पार्टी के नेता ने मुसलमानों के लिए इतनी बड़ी घोषणाएं की होतीं, तो मेनस्ट्रीम मीडिया इस विवादास्पद चुनावी वादे को रिपोर्ट करती या उस पर बहस भी करती। हालाँकि, ऐसी कोई रिपोर्ट, बहस या चर्चा नहीं हुई थी।

इसके बाद, फैक्ट क्रेसेंडो ने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता नासिर सलीम से बात की, जिन्होंने हमें पुष्टि की कि वायरल तस्वीर नकली है। उन्होंने कहा, ‘हमने अपने पेज पर भी इस वायरल पोस्टर पर स्पष्टीकरण जारी किया है।’

हमें ट्विटर पर समाजवादी पार्टी के फैक्ट चेक अकाउंट का एक स्पष्टीकरण ट्वीट मिला, जिसमें स्पष्ट रूप से पोस्टर के नकली होने की पुष्टि की गई है। उन्होंने कहा, “भाजपा द्वारा समाजवादी पार्टी के खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं और फेसबुक/ ट्विटर/ व्हाट्सएप के माध्यम से विभिन्न फर्जी स्क्रीनशॉट बनाकर उसकी ट्रोल सेना पूरी तरह से गलत है। सपा की सरकार बनने पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा पोस्टर नकली है। यह स्पष्ट है कि किसी ने शरारतपूर्ण तरीके से सपा नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के विवादित बयान को गलत बताते हुए ग्राफिक बनाया हैं।

निष्कर्ष-

फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के साथ किया गया दावा झूठा एवं गलत है। जो पोस्टर प्रचलन में है वह मनगढ़ंत है। समाजवादी पार्टी ने ऐसा कोई पोस्टर नहीं छापा है, न ही ऐसा कोई वादा अखिलेश यादव ने किया है।

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Title:अखिलेश यादव ने सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश में 2000 मस्जिदें बनाने का वादा नहीं किया; ग्राफ़िक कार्ड फेक है।

Fact Check By: Drabanti Ghosh 

Result: False