अभी हाल ही में मुख्‍तार अंसारी के दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई। जिसकी कई ख़बरें और सम्बंधित पोस्ट सोशल मीडिया पर छाये रहें। इसी को जोड़कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। 57 सेकंड के वायरल वीडियो में वो एक भाषण देते हुए नज़र आ रहे हैं। वीडियो में अमित शाह कहते हैं कि मुख्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई है। सोशल मीडिया यूज़र्स वीडियो को सच मानते हुए मुख़्तार अंसारी की मौत को बीजेपी से जोड़ रहे है। वो इसलिए क्यूंकि वीडियो जिस कैप्शन के साथ वायरल है उसमें ऐसा ही कुछ लिखा हुआ है….

मुख्तार अंसारी का हत्यारा कौन?? अमित शाह कह रहे हैं कि मुख्तार अंसारी से #मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई। मतलब समझ रहें हैं कि वो हार्ट अटैक नहीं हुई थी।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो से तस्वीर ले कर गूगल रिवर्स इमेज किया। परिणाम में हमें बीजेपी के आधिकारिक एक्स हैंडल यहीं वीडियो अपलोड किया हुआ मिला। जिसके लिखा गया था कि भाजपा ने यूपी को निजाम से मुक्ति दिलाई है। निजाम का मतलब है- नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मुक्ति,इमरान मसूद से मुक्ति आजम खान से मुक्ति,अतीक अहमद से मुक्ति और मुख्तार अंसारी से मुक्ति।

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अमित शाह का यहीं वीडियो हमें उनके आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी अपलोड किया हुआ मिला , जो 10 अप्रैल 2019 का है। यहां पर भी वीडियो के साथ भाजपा ने उत्तर प्रदेश को NIZAM से मुक्ति दिलाई है, NIZAM का मतलब है- नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मुक्ति ऐसा ही लिखा है।

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फिर हमें नवभारत टाइम्‍स की एक रिपोर्ट मिली जिसे 10 अप्रैल 2019 को प्रकाशित किया गया था। इसमें छपी खबर में लिखा है, अमित शाह यूपी के कासगंज में जनसभा को संबोधित कर रहे थें। जहां पर आतंकवाद के मुद्दे पर कांग्रेस, एसपी और बीएसपी पर उन्होंने हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी किसी भी आतंकवादी संगठन से बात नहीं करेगी और अगर आतंकियों ने फिर से गलती की तो उनके परखच्‍चे उड़ाए जाएंगे। राहुल बाबा और बुआ-भतीजा आप लोग आतंकवादियों के साथ ईलू-ईलू करो लेकिन यह मोदी सरकार है, पाकिस्‍तान की तरफ से अगर गोली आएगी तो इधर से गोला जाएगा। बीजेपी सरकार ने ‘निजाम’से मुक्ति दिलाई है। निजाम का मतलब है- नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मुक्ति, इमरान मसूद से मुक्ति, आजम खान से मुक्ति, अतीक अहमद से मुक्ति और मुख्तार अंसारी से मुक्ति।

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इससे ये समझा जा सकता है कि उन्होंने ये सब हाल में नहीं बल्कि पांच साल पहले कहा था।

निष्कर्ष -

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि अमित शाह का वायरल यह वीडियो पांच साल पहले का है। उनके 2019 के भाषण के एक अंश को अभी गलत संदर्भ में फैलाया गया है। उन्होंने मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद ऐसा कोई बयान हाल में नहीं दिया है।

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Title:अमित शाह का पांच साल पुराना वीडियो मुख़्तार अंसारी की मौत से जोड़ कर वायरल…

Fact Check By: Priyanka Sinha

Result: False