
वक्फ संशोधन विधेयक हाल ही में भारतीय संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किया गया ।इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें लोगों के एक समूह को एक शव के पास खड़े हुए दिखाया गया है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि अप्रैल 2025 में पारित वक्फ संशोधन विधेयक के कारण एक मुस्लिम व्यक्ति के शव को दफनाने से इनकार कर दिया गया ।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- वक्फ बिल के बाद पहला मामला
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो हमें अभिनेता एजाज़ खान के फेसबुक पेज पर मिला। यहां पर वीडियो को 22 दिसंबर 2017 को अपलोड किया गया है। इससे ये स्पष्ट है कि वायरल वीडियो का हालिया वक्फ बिल विवाद से कोई संबंध नहीं है।
अपने कैप्शन में, उन्होंने दर्शकों से जागने और अन्याय के खिलाफ खड़े होने का आग्रह किया, मुस्लिम नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया और लोगों को अल्लाह से डरने की याद दिलाते हुए उत्पीड़न की अनदेखी के परिणामों के बारे में चेतावनी दी।
इसके अलावा 2017 में कई अन्य फेसबुक यूजर ने भी वीडियो शेयर किया है। इसे यहां, यहां और यहां पर देखा जा सकता है। इसके अलावा शेयर किए गए वीडियो में बताया गया है कि यह घटना उत्तम नगर के ककरोला मोड़ पर हुई थी।
आगे अलग अलग की-वर्ड के साथ सर्च करने पर हमें indian express की एक रिपोर्ट मिली। 27 दिसंबर 2017 को प्रकाशित खबर के अनुसार कोर्ट ने कहा कि कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के सरकारी जमीन का इस्तेमाल कब्रिस्तान के रूप में नहीं कर सकता ।
और पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में सरकारी जमीन पर कब्रिस्तान के निर्माण के खिलाफ कब्रिस्तान इंतिजामिया एसोसिएशन नामक एक एनजीओ द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया था। निम्न में खबर पढ़े।
इसके अतिरिक्त, हमें वायरल दावे का समर्थन करने वाली कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली। लोकिन इतना सप्ष्ट है कि वायरल वीडियो हाल ही का नहीं है। 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, दिल्ली के एक पुराने और असंबंधित जमिन विवाद का वीडियो हाल ही में चल रहे वक्फ संशोधन विधेयक से जोड़ कर भ्रम फैलाया जा रहा है।

Title:दिल्ली का पुराना और असंबंधित भूमि विवाद का वीडियो हालिया वक्फ संशोधन विधेयक से जोड़ कर वायरल…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
