ये वीडियो जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उरी में गुर्जर बकरवाल समुदाय के कार्यक्रम का वीडियो है। वीडियो को POK में भारत के समर्थन में कार्यक्रम के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कुछ लोगों के समूह को भारत और देश की सेना के समर्थन में सार्वजनिक रूप से संकल्प लेते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पाकिस्तान के पीओके का है, जहां के निवासी भारत के समर्थन में सार्वजनिक रूप से शपथ ले रहे हैं।

लगभग 2 मिनट लंबे इस वीडियो में एक व्यक्ति भीड़ को संबोधित करते और शपथ लेते हुए दिख रहा है। वीडियो में भीड़ को कहते सुना जा सकता है कि , हम भारत के कानून और संविधान की रक्षा के लिए भारतीय सेना के साथ काम करने और देश की प्रगति के लिए काम करने की शपथ लेते हैं। हम, गुज्जर बकरवाल के लोग इसके लिए अपने जीवन का बलिदान देंगे।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है - और कितने अच्छे दिन चाहिए**पीओके को वापस पाने का सबसे अच्छा समय**पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) (बकर दीवार) के लोग सार्वजनिक रूप से भारत और हमारी सेना का समर्थन करने की कसम खाते हुए**जो 70 वर्षों तक संभव नहीं था वह अब हो रहा है क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है।

फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को गुज्जर बकरवाल जैसे की-वर्ड से सर्च करना शुरु किया। परिणाम में हमें Gurjar Bakarwal’ नामके एक्स पेज पर वायरल वीडियो मिला।

वीडियो को 19 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया है और इसे शेयर करते हुए राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग किया गया है। पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा गया है, जम्मू-कश्मीर के गुर्जर बकरवाल अपनी अनुसूचित जनजाति की स्थिति की सुरक्षा के संबंध में अपने संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित रखने का संकल्प ले रहे हैं।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की । हमें 19 अगस्त 2023 को The Gujjars of Uri and J&K 'नाम के फेसबुक पेज भी वायरल वीडियो शेयर हुआ मिला। पोस्ट के कैप्शन के मुताबिक यह वीडियो जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उरी में 'ST बचाओ आंदोलन' का है।

जिसमें उरी के गुज्जर बकरवाल लोग अपनी भारतीय सेना का समर्थन करने और संविधान, लोकतंत्र और देश की एकता को बचाने की शपथ ले रहे थें।

हमें यही वीडियो Choudhary Nawaab official नाम के फेसबुक पेज पर भी मिला। वीडियो पोस्ट करने वाले शख्स की तस्वीर वायरल वीडियो में मौजूद शख्स से मेल खाती है। वहीं जानकारी दी गई है कि वीडियो को कश्मीर में इस वीडियो को जनजातियों के शपथ समारोह का बताया गया है, जिसमें अगड़ी जातियों को जनजातियों का दर्जा दिए जाने का विरोध किया गया ।

आगे हमने Choudhary Nawaab official के फेसबुक अकाउंट को खंगाला । हमें अनका वॉट्सऐप नंबर मिला। हमने वॉट्सऐप के जरिए चौधरी नवाब से संपर्क किया। उन्होंने यह पुष्टि की कि यह वीडियो बारामूला के उरी का है, और वीडियो में दिख रहे सभी लोग उरी के रहने वाले हैं। वीडियो का POK से कोई संबंध नहीं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वे भी इस कार्यक्रम में शामिल थे।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, जम्मू-कश्मीर के उरी का पुराना वीडियो गलत दावे से शेयर किया जा रहा है। POK के लोगों का भारतीय सेना के प्रति समर्थन दिखाने का दावा फर्जी है।

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Title:क्या POK के लोग भारतीय सेना के प्रति समर्थन दिखा रहे हैं, नहीं दावा फर्जी…..

Written By: Saritadevi Samal

Result: Misleading