
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को तोड़ फोड़ करते देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में मुस्लिमों ने मंदिर पर हमला करके मंदिरों को तोड़ दिया है।
वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- यह दृश्य 21 इक्कीसवीं सदी में, 1 दिसम्बर, 2024 का है जिसमें कन्वर्टेड बांग्लादेशी मुसलमान एक हिन्दू मंदिर को तोड़ रहे हैं। बांग्लादेश में हाल ही में हुए तख्तापलट और उसके बाद के आंतरिक विद्रोह में बांग्लादेश को हिन्दू विहीन करने के लिए उन्होंने अबतक सैकड़ों हिन्दू और इस्कान मंदिरों का विध्वंस किया है।
https://archive.org/details/screencast-www_facebook_com-2024_12_07-09_51_37
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट को लिया। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक समाचार रिपोर्ट मिली। जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट मौजूद है। रिपोर्ट के अनुसार, 29 अगस्त 2024 को बांग्लादेश के सिराजगंज जिले के मंसूरनगर संघ के शालग्राम में मुस्लिम संत हजरत बाबा अली पगला की दरगाह को स्थानीय इमाम गुलाम रब्बानी के निर्देशन में ध्वस्त कर दिया गया था।
स्थानीय लोगों की नाराजगी के बाद रब्बानी को बर्खास्त कर दिया गया।
मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे की जांच करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें अन्य कई न्यूज रिपोर्ट में मिली। जिसे यहां, यहां और यहां पर देखा जा सकता है। प्रकाशित खबरों के अनुसार बांग्लादेश के सिराजगंज के काजीपुर में अली पगला की दरगाह को ध्वस्त करने का खुलासा किया गया था।
इसके अलावा हमें कालबेला डॉट कॉम की एक खबर मिली। खबर के अनुसार, सिराजगंज के काजीपुर में ग्रामीणों ने दरगाह में तोड़फोड़ को लेकर मस्जिद के इमाम को बर्खास्त कर दिया। इमाम गुलाम रब्बानी और उनके समर्थकों ने 29 अगस्त को अली पगला की दरगाह में तोड़फोड़ की थी।
निष्कर्ष- ऐसे में तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। यह किसी मंदिर पर हमले का नहीं, बल्कि मजार में हुई तोड़फोड़ का है।

Title:बांग्लादेश में मंदिर पर हमले के नाम से वायरल वीडियो मजार का है, दावा भ्रामक…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
