
सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस को लेकर कई विभिन्न प्रकार की गलत खबरें फैलाई जा रही है | इसी बीच हमें सोशल मीडिया पर एक पोस्ट मिला जिसके माध्यम से दावा किया जाता है कि अजमेर में एक बालिका ने जन्म लेते ही यह कहा कि दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर हल्दी का लेप लगाने से कोरोनावायरस का संक्रमण रोका जा सकता है | इस पोस्ट में बच्ची की तस्वीरें भी साझा किया गया है | साथ ही कहा गया है कि यह उपाय बताकर बच्ची की मौत हो गयी है |
पोस्ट में लिखा गया है कि “अभी अभी जानकारी मिली है कि ग्राम नागेलाव वाया पीसांगन जिला अजमेर में एक बालिका का जन्म हॉस्पिटल में हुआ l बालिका ने जन्म लेते ही बोली कि भारत में जो कोरोना वायरस संक्रमण फैला हुआ है उसके बचाव के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर हल्दी का लेप (मेहंदी की तरह) लगाना है l इससे कोरोना का संक्रमण समाप्त हो जाएगा सभी नागरिक सकुशल रहेंगे l यह कहकर बालिका की उसी समय मृत्यु हो गई यह देखकर अस्पताल के डॉक्टर भी आश्चर्यचकित हो गए l अतः आपसे निवेदन है कि आप भी तत्काल इस तरह का लेप अपने दाएं पैर के अंगूठे के नाखून पर लगाकर कोरोना वायरस संक्रमण से अपना एवंअपने परिवार का जीवन को बचाएं l यह फेक न्यूज़ नहीं है सत्य घटना है |”
अनुसंधान से पता चलता है की…
जाँच की शुरुवात हमने तस्वीर में दिखाए गये चिकित्सा केंद्र से संबंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें २०१६ को प्रकाशित एक खबर मिली | इस खबर में भी हम एक विचित्र बच्चे की तस्वीर देख सकते है | खबर के अनुसार राजस्थान में में आए दिन विचित्र बच्चों का जन्म हो रहा है | अब तक ऐसे अजीब बच्चों की पैदाइश के दो दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं | रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि डॉक्टर एसएस भाटी इस तरह के बच्चों की देखरेख करते हैं | इस खबर को फोरस्ट इंडिया न्यूज़ ने भी प्रकाशित किया है |
फैक्ट क्रेसेंडो ने राजस्थान में डॉक्टर एसएस भाटी से संपर्क किया, डॉ. सुमेर सिंह भाटी वर्तमान में राजस्थान में कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र, कलंद्री, सिरोही में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के रूप में तैनात हैं | उन्होंने हमें बताया कि “इस बच्ची की डिलीवरी मैंने १९ मार्च २०२० को कलंदरी के कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र में कराई थी| यह बच्ची मृत पैदा हुई थी | बच्ची एनेस्थली नामक एक रोग से पीड़ित थी, ऐसा तब होता है किसी बच्चे में फोलिक एसिड की कमी होती है | सोशल मीडिया पर किये गये दावे सरासर गलत है | इस बच्ची ने कोई भी भविष्यवाणी नही की थी क्योंकि यह बच्ची मृत पैदा हुई थी |”
उन्होंने हमें इस बच्ची की दूसरी तस्वीरें भी भेजी जिसे आप नीचे देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के माध्यम से किये गये दावे गलत है | हल्दी का लेप लगाने से कोरोनावायरस का संक्रमण नही रोका जा सकता है | तस्वीर में दिखाई गयी बच्ची मृत पैदा हुई थी उसने ऐसा कोई भविष्यवाणी नही की थी | उपरोक्त दावा केवल एक मनगढ़ंत किस्सा है |

Title:मृत पैदा हुई बच्ची की तस्वीरों को गलत दावों के साथ जोड़ फैलाया जा रहा है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
