यह घटना वर्ष 2017 में हुई थी। उस दौरान नरेश अग्रवाल समाजवादी पार्टी में थे, भाजपा में नहीं।

भाजपा नेता नरेश अग्रवाल का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप उन्हें कहते हुये सुन सकते है कि “व्हिस्की में विष्णु बसे है, रम में राम, जिन में माता जानकी और ठर्रे में हनुमान सियावर राम चंद्र की जय।” इसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह बयान भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने दिया। इंटरनेट पर यूज़र्स इसकी कड़ी निंदा कर रहे है और भाजपा पर तंज कस रहे है।
वायरल पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, “धर्म का सर्टिफिकेट देने वाली संस्कारी पार्टी भाजपा के लोग कितने संस्कारी है आप भी इस विडियो में एक बार अवश्य सुनें। विष्णु भगवान के बारे में श्री राम भगवान के बारे में, माता जानकी माता के बारे में, एवं भगवान हनुमान जी के बारे। जब कांग्रेस ने कर्नाटक में असामाजिक बजरंग दल के बैंन करने पर माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी और तमाम भाजपा के नेता कांग्रेस को हिंदू धर्म और हिन्दू धर्म के भगवान् के विरोधी बता कर जनता को गुमराह कर रहे तो अब माननीय मोदी जी और भाजपाईयों आपके नेता भगवान का इतना बड़ा अपमान कर रहे हैं। अब इसके बारे में थोड़ा प्रकाश डालने का कष्ट करेंगे।“
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस वीडियो की जाँच हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। हमें इसका लंबा वर्जन मैंगो न्यूज़ नामक एक वैरिफाइड चैनल पर 19 जुलाई 2017 को प्रसारित किया हुआ मिला। इसमें हमने उन्हें कहते हुये सुना कि 1991 में जब रामजन्मभूमि का आंदोलन चल रहा था तब कई राम भक्त जेल गये थे। उस समय उनके क्षेत्र के लोगों से मिलने वे भी एक जेल गये थे। वहाँ उन्होंने यह लिखा हुआ पाया कि व्हिस्की में विष्णु बसे, रम में श्री राम, जिन में माता जानकी और ठर्रे में हनुमान, बोलो सियावर रामचंद्र की जय। ये उन्होंने राज्यसभा में बोला था, और उस दौरान वे भाजपा के नेताओं की तरफ इशारा कर बोल रहे थे कि ये इन लोगों ने लिखा था।
आप नीचे दिये गये वीडियो में देख सकते है।
चूंकि ये वीडियो वर्ष 2017 में प्रसारित किया गया था, हम समझ गये कि ये पुराना है।
यूट्यूब पर और जाँच करने पर हमें यही वीडियो क्लिप राज्यसभा टी.वी याने की संसद टी.वी पर 19 जुलाई 2017 को प्रसारित किया हुआ मिला। परंतु उसमें वायरल वीडियो का भाग नहीं दिखाया गया है।
इसमें स्पष्ट तौर से बताया गया है कि नरेश अग्रवाल समाजवादी पार्टी के नेता है। इससे हम समझ गये कि वे तब समाजवादी पार्टी में थे।
उस दौरान नरेश अग्रवाल के इस बयान पर काफी चर्चा हुई थी। 19 जुलाई 2017 को ए.बी.पी न्यूज़ के चैनल पर इस बारें में रिपोर्ट प्रसारित की गयी थी। उसमें बताया गया है कि नरेश अग्रवाल के इस बयान पर संसद में काफी हंगामा हुआ। संसद की कर्यवाही रोक दी गयी और फिर जब शुरू हुई तो नरेश अग्रवाल को माफी मांगने को कहा गया। उन्होंने उनके बयान पर खेद जताया और फिर यह मामला खत्म हुआ।
आपको बता दें कि नरेश अग्रवाल ने मार्च 2018 में भाजपा की सदस्यता ली थी। इससे हम कह सकते है कि जब उन्होंने यह बयान दिया था वे भाजपा में नहीं थे।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो वर्ष 2017 का है। तब नरेश अग्रवाल समाजवादी पार्टी में थे, भाजपा में नहीं।

Title:क्या भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने भगवान के नामों को शराब के नाम से जोड़ा? जानिये इस वीडियो का सच…
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: False
