घटना पेटबशीराबाद इलाके का है। घटना में शामिल सभी लोग हिंदू समुदाय से आते हैं। मामला अफेयर का था। घटना को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया गया है।

सोशल मीडिया पर एक शख्स की तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि तेलांगना के एक युवक को मुस्लिम युवती से शादी करना भारी पड़ गया जिसके चलते उसकी जान चली गयी। लड़के का नाम हरीश है जिसकी हत्या लड़की के परिवार ने चाकू मार कर की। वायरल पोस्ट को सांप्रदायिक दावे से फैलाया जा रहा है।
पोस्ट के साथ यूजर्स ने लिखा है- तेलांगना के हरीश नाम के युवक को मुस्लिम युवती से शादी करना पड़ा भारी, लड़की के परिवारवालों ने चाकू घोंप-घोंप कर की हरीश की हत्या।

फेसबुक । आर्काइव
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल में सबसे पहले हमने वायरल खबर के बारे में जानने के लिए गूगल पर अलग अलग कीवर्ड्स के साथ खबर को ढूंढने की कोशिश की , लेकिन हमें एसी कोई खबर नहीं मिली।
पड़ताल में हमने वायरल पोस्ट में अपलोड शख्स के तस्वीर का रिवर्स इमेज कर ढूढ़ने की कोशिश की जिसके परिणाम में हमें ईटीवी तेलंगाना‘ पेज पर वायरल तस्वीर के साथ खबर प्रकाशित मिली। खबर के मुताबिक यह घटना तेलंगाना के दुलपल्ली इलाके की है। रिपोर्ट में कहीं भी अंतर धार्मिक प्रेम संबंधों का जिक्र नहीं है।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने खबर के बारे में और जानकारी जुटाने की कोशिश की। परिणामस्वरूप इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट मिली। वेबसाइट पर 06 मार्च को हत्याकांड से जुड़ी एक रिपोर्ट छपी है।
प्रकाशित खबर के मुताबिक 28 वर्षीय देवरकोंडा हरीश दलित समुदाय के माला जाति से आता था और वाल्मीकि मेहतर समुदाय की एक महिला को साथ भगाकर ले जाने के कारण मार डाला गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना 1 मार्च को तेलंगाना के पेटबशीराबाद इलाके में हुई थी।
रिपोर्ट में साइबराबाद पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि मामले के ग्यारह में से दस आरोपियों को अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल घटना के दिन मनीषा के भाइयों को अपनी बहन और हरीश के दुलपल्ली इलाके में होने की जानकारी मिली। थोड़ी देर बाद दोनों आंजनेय स्वामी मंदिर के पास आरोपितों को मिल गए। हरीश के घर वालों का आरोप है कि मनीषा के आगे ही मृतक पर चाकुओं से हमला किया गया। इस हमले में हरीश की जान चली गई।
खबर के बारे स्पष्टीकरण के लिए हमने पेटबशीराबाद पुलिस से संपर्क किया। पेटबशीराबाद एसएचओ गौरी प्रशांत के व्हाट्सएप नंबर पर वायरल पोस्ट को शेयर करने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वायरल पोस्ट में दिख रहा शख्स पीड़ित है।
उन्होंने कहा, “इस मामले में कोई भी मुस्लिम नहीं है। वे एक ही धर्म के हैं। पीड़ित अनुसूचित जाति का है और आरोपी की बहन अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय से है। इस घटना में शामिल सभी लोग हिंदू समुदाय से आते हैं। लड़का लड़की दोनों घर से भाग गए थे और शादी करने वाले थे। लड़की के भाई को पता चलने पर वो और उसके कुछ दोस्त मिलकर लड़के की जान ले ली।
उन्होंने ने हमें एफआईआर भी भेजी जिसमें मामले के आरोपियों के नामों का उल्लेख किया गया है। एफआईआर के अनुसार, पुलिस ने दीन दयाल (22), त्रिमुखे नरेश (20), पोटलाचेरुवु वेंकटेश गौड़ (20), कालीभवानीवाले रोहित सिंह (20), बैंड वेंकट (अभी भी फरार), गद्दाम अक्षय कुमार (22), परवरी अनिकेत (21), कोयलकर मनीष (23), बूरे साईनाथ (21), मातंगी राजेंद्र कुमार (25), गौती नवनिथा (30) को हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
उन्होंने हमें आरोपियों के गिरफ्तारी की कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं। निम्न में देखें।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि तेलंगाना में एक दलित युवक की हत्या की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया गया है। इस घटना में शामिल सभी आरोपी हिंदू समुदाय से आते हैं।

Title:अफेयर को लेकर हुई एक दलित युवक की हत्या मामले को सांप्रदायिक रूप से वायरल
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading
