अभी हाल ही में 29 अगस्त को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर आईसी 814: द कंधार हाईजैक रिलीज हुई। सीरीज जो असल में साल 1999 में हुए कंधार हाईजैक पर आधारित है , और इसका निर्देशन अनुभव सिन्हा ने किया है। इसमें नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, दिया मिर्जा, पत्रलेखा और विजय वर्मा जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में दिखाई दे रहे हैं। जबकि यह सीरीज प्लेन के कैप्टन देवी शरण और श्रींजॉय चौधरी द्वारा लिखी गई किताब 'फ्लाइट इन टू फियर' का नाट्य रूपांतरण है। लेकिन इसके रिलीज के साथ ही ये वेब सीरीज उस वक़्त विवादों में आ गई जब सीरीज में हाईजैकर्स के लिए हिंदू नामों को दिखाया गया। खासतौर से सोशल मीडिया पर यूज़र्स दावा करने लगे कि सीरीज के मेकर अनुभव सिन्हा ने आतंकियों की मुस्लिम पहचान छिपाने के मकसद से सीरीज में जानबूझकर पांच में से दो हाईजैकर्स के नाम भोला और शंकर रख दिए। ऐसा ही एक दावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पाञ्चजन्य के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के हवाले से किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि…

कांधार विमान हाईजैक पर बनी वेब सीरीज में हिन्दुओं को बदनाम करने की साजिश! विमान हाईजैक करने वालों के असली नाम :मोहम्मद इब्राहिम अख्तर,मोहम्मद शाहिद अख्तर, मोहम्मद सन्नी अहमद, मोहम्मद ज़हूर मिस्त्री, मोहम्मद शाकिर लेकिन वेब सिरीज़ IC814 में आतंकवादियों के नाम :*भोला *शंकर इस्लामी आतंकवाद के कुकृत्य को वेब सिरीज में छिपाने की कोशिश क्यों ?



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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में संबंधित की-वर्ड्स की मदद लेकर इस हाईजैक से जुड़ी जानकारियों को खोजना शुरू किया। परिणाम में हमें 6 जनवरी 2000 को हाईजैक के संबंध में तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्रालय (आर्काइव) द्वारा दिए गए स्टेटमेंट मिली। इसमें अपहरणकर्ताओं की पहचान : इब्राहिम अतहर, बहावलपुर; शाहिद अख्तर सईद, गुलशन इकबाल, कराची; सनी अहमद काजी, डिफेंस एरिया, कराची; मिस्त्री जहूर इब्राहिम, अख्तर कॉलोनी, कराची; और शाकिर, सुक्कुर शहर, बताई गई थी। यहां पर यह भी जानकारी मिलती है कि यह हाईजैक आईएसआई का एक ऑपरेशन था, जिसे आतंकवादी संगठन हरकत-उल-अंसार की सहायता से अंजाम दिया गया था, जिसके सभी पांच अपहरणकर्ता पाकिस्तानी थे। इस स्टेटमेंट में आगे बताया गया है कि “अपहृत स्थान के यात्रियों के लिए ये अपहरणकर्ता क्रमशः (1) चीफ, (2) डॉक्टर, (3) बर्गर, (4) भोला और (5) शंकर के नाम से जाने जाते थे। इन्हीं नामों से अपहरणकर्ता हमेशा एक-दूसरे को संबोधित किया करते थे।”

इसके बाद हमें 2 जनवरी 2000 के लॉस एंजिल्स टाइम्स (आर्काइव) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट से यह जानकारी मिली कि इंडियन एयरलाइन्स फ्लाइट 814 के पांचों अपहरणकर्ताओं के कोड नाम चीफ, भोला, शंकर, डॉक्टर और बर्गर थे।

थोड़ा और खोज करने पर हमें 31 अगस्त 2024 को पत्रकार और “173 ऑवर्स इन कैप्टिविटी: द हाईजैकिंग ऑफ आईसी 814” के लेखक नीलेश मिस्रा की तरफ से उनके एक्स (आर्काइव) अकाउंट पर एक पोस्ट किया हुआ मिला। जिसमें उन्होंने यह बताया कि सभी अपहरणकर्ताओं ने (शंकर, भोला, बर्गर, डॉक्टर और चीफ) जैसे अपने झूठे नाम रखे थे। अपहरण के दौरान वो लोग एक-दूसरे को इन्हीं नामों से संबोधित करते थे और यात्री भी उन्हें इसी नाम से संबोधित करते थे।

अंत में हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली। जिनके हवाले से यह बताया गया था कि सीरीज पर हुए विवाद के बाद सीरीज़ के कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा ने स्पष्ट किया था कि आतंकवादियों ने हाईजैक के दौरान एक-दूसरे को संबोधित करने के लिए “उपनाम या नकली नामों” का इस्तेमाल किया था। संबंधित रिपोर्ट्स को यहां, यहां और यहां पर देख सकते हैं।

इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि IC 814: द कंधार हाईजैक पर आधारित सीरीज़ के निर्माताओं द्वारा आतंकवादियों की मुस्लिम पहचान छिपाने का भ्रामक दावा किया गया है।

निष्कर्ष

तथ्यों के जाँच पश्चात हमने यह पाया कि IC 814: द कंधार हाईजैक पर आधारित सीरीज़ के निर्माताओं द्वारा आतंकवादियों की मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए हिन्दू नामों के इस्तेमाल का भ्रामक दावा किया गया है। वास्तव में शंकर और भोला हाईजैकर्स के कोड नेम थे जिनका इस्तेमाल अपहरण के दौरान किया गया था। सीरीज के निर्माताओं ने उसी तथ्य को चित्रित किया है।

Claim Review :   IC 814: द कंधार हाईजैक सीरीज़ के निर्माताओं ने आतंकवादियों के लिए हिंदू नामों का इस्तेमाल करते हुए मुस्लिम पहचान छिपा दिए।
Claimed By :  Social Media User
Fact Check :  FALSE