इस घटना का 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत से कोई लेना-देना नहीं है।

कांग्रेस पार्टी के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के जीत के बाद सोशल मीडिया पर तरह तरह के दावे फैलाए जा रहे है। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसे कर्नाटक में कांग्रेस के जीत के बाद हुए घटना के नाम से फैलाया जा रहा है। इस वीडियो क्लिप में कुछ लोगों को एक खेत में एक गाय के शव की जांच करते हुए दिखाया गया है। उसके कटे हुए गले से रिसता खून ज़मीन पर पड़े भाजपा के झंडे पर बिखरा हुआ देखा जा सकता है।
इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत का जश्न मनाने के लिए भाजपा के झंडे के नीचे एक गाय की हत्या कर दी गयी है।
वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “बर्बर। मुझे एक वीडियो मिला है जो कर्नाटक का है और इस्लामिक कट्टरपंथियों ने कांग्रेस की जीत का जश्न मनाने के लिए भाजपा के झंडे पर गाय को काटा।”

अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें निशांत आज़ाद नामक एक ट्विटर यूजर द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो मिला। इस वीडियो को 31 जनवरी 2022 को शेयर करते हुए इस यूजर ने लिखा है कि ये वीडियो मणिपुर से है जहाँ कथित तौर पर कुछ मुस्लिम व्यक्तियों ने भाजपा के ध्वज के ऊपर एक गाय की हत्या की। गुंडों ने मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह और भाजपा मणिपुर की अध्यक्ष ए शारदा देवी को भी गाली दी।
निशांत आज़ाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखपत्र, ऑर्गनाइज़र के लिए काम करते हैं।
इसी ट्वीट के नीचे हम मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बिरेन सिंह द्वारा पोस्ट किया गया ट्वीट देख सकते है जिसमे एक न्यूज़ रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया है। इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि “तीन लोगों को कथित तौर पर भाजपा कैंडिडेट लिस्ट के ओवर गौ हत्या करने के कारण गिरफ्तार किया गया है।” इस ट्वीट को 1 फरवरी 2022 को पोस्ट किया गया था। ये न्यूज़ रिपोर्ट इम्फाल फ्री प्रेस द्वारा प्रकाशित किया गया था।
निशांत आज़ाद के ट्वीट के नीचे पेटा इंडिया ने 1 फरवरी 2022 को रिप्लाई देते हुए लिखा है कि “लिलोंग पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आईपीसी की धारा 153ए, 429, 504 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11 (1) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।”
हमें इम्फाल फ्री प्रेस और टाइम्स ऑफ़ इंडिया की समाचार रिपोर्ट मिली, जिसमें कहा गया था कि लिलोंग में, “मणिपुर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के टिकटों की घोषणा के विरोध के निशान के रूप में” भाजपा के झंडे पर एक गाय की हत्या की गयी थी। इसमें कहा गया है कि नजबुल हुसैन, अब्दुर रशीद और मोहम्मद आरिफ खान पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज किया गया था और कथित तौर पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी भड़काने के लिए मामला दर्ज किया गया था। फरवरी 2022 में इस खबर को नागालैंड पोस्ट और द हिन्दू द्वारा भी प्रकाशित रिपोर्ट किया गया था।
निष्कर्ष-
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो और तस्वीर के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। इस घटना का 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत से कोई लेना-देना नहीं है। ये वीडियो 2022 को मणिपुर में हुए मामले का है।

Title:मणिपुर में गौ हत्या के पुराने वीडियो को कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के जश्न के नाम से किया वायरल।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
