
२७ मार्च २०१९ को फेसबुकपर ‘दारुल उलूम देवबंद ने इस्लाम का परचम दुनिया में लेहराया हैं’ नामक एक पेज पर एक पोस्ट साझा किया गया है | पोस्ट के साथ साझा तस्वीर में एक बुर्काधारी महिला को पुलिस गिरफ़्तार कर ले जा रही है | पोस्ट का विवरण इस प्रकार है – ऑस्ट्रेलिया में पर्दा करने पर गिरफ्तारी…! मगर सलाम है इस बेटी को जो कुफ्र के आगे डट गयी….!! गिरफ्तारी देदी मगर इस्लाम की लाज रख ली!!! सलाम अपकी Azmat को इस्लामी बहन अगर आप ने शेर ना कि तो ना इंसाफी होगी |
इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि “ऑस्ट्रेलिया के पुलिस ने एक मुस्लिम महिला को बुर्का पहनने के लिए गिरफ़्तार कर लिया |” क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट मे दी गयी तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च मे ढूंढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
‘Dailymail.co.uk’ द्वारा ५ सितम्बर २०१५ को दी गयी एक ख़बर मे हमें उपरोक्त पोस्ट मे दी गयी तस्वीर से हुबहू मिलती-जुलती तस्वीर मिली | मगर ख़बर पढने पर पता चला कि स्पेन के वेलेंशिया शहर के पास, गान्दिया नामक एक शहर मे स्पेन के आतंकवाद निरोधक पुलिस ने मोरक्को की एक १८ साल की मुस्लिम लड़की को गिरफ़्तार किया | गिरफ़्तारी के बाद उसे रास्ते पर लोगों के बीच घुमाया गया | आगे पढने पर पता चला कि यह युवती internet के माध्यम से दूसरी मुस्लिम महिलाओं को ISIS में भर्ती होने के लिए उद्युक्त कर रही थी | पूरी ख़बर पढने के लिए चित्र के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
‘Dailymail.co.uk’ के अलावा अन्य समाचार वेबसाइट ने भी यह ख़बर [रसारित की है | इन ख़बरों को पूरा पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |
EcoandoavozdosmartiresPost | ArchivedLink | DailysabahPost | ArchivedLink |
RTPost | ArchivedLink | JPost | ArchivedLink |
इस संशोधन से हमें पता चलता है कि, यह घटना स्पेन के गान्दिया शहर की है, जहां एक युवती को आतंकवाद के लिए लोगों को नियुक्त करने के आरोप में ५ सितम्बर २०१५ को गिरफ़्तार किया गया था |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा की, “ऑस्ट्रेलिया के पुलिस ने एक मुस्लिम औरत को बुर्खा पहनने के लिए गिरफ़्तार कर लिया |” ग़लत है | उपरोक्त पोस्ट में दर्शाया गया चित्र स्पेन के गान्दिया शहर की घटना का है, ऑस्ट्रेलिया का नहीं और चित्र मे दिखाई जाने वाली युवती को आतंकवादी गतिविधियों के लिए गिरफ़्तार किया गया था, बुर्का पहनने के लिए नहीं |

Title:क्या ऑस्ट्रेलिया मे बुर्का पहनने पर महिला को किया गया गिरफ्तार? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
