
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफ़ी साझा की जा रही है जिसमे दावा किया जा रहा है कि देश के उद्योगपति रतन टाटा ने ट्वीट किया है ‘65 सेनिको की मौत से जिस प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बढ़ गयी हो उस देश को बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता |’ कितनी सच्चाई है इस दावे में, आइये देखते हैं |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
तथ्यों की जांच:
हमने जांच की शुरुआत उपरोक्त पोस्ट मे किये गए दावे मे दर्शाए चित्र का निरिक्षण करके किया |
उपरोक्त पोस्ट मे ट्वीट के चित्र मे ट्विटर अकाउंट का आईडी @Rntata200 दर्शाया गया है | जब हमने रतन टाटा का वेरीफाइड ट्विटर अकाउंट देखा, तो हमें उनके ट्विटर अकाउंट का आईडी @Rntata2000 मिला |
@Rntata200 आईडी का ट्विटर अकाउंट अनवेरीफाइड अकाउंट है |
उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा पुलवामा के हमले मे शहीद सैनिकों पर है, तो हमने रतन टाटा के ट्विटर पेज पर इस पोस्ट को ढूँढने की कोशिश की | हमें इस प्रकार का कोई भी ट्वीट मिला नहीं और हमने देखा कि रतन टाटा द्वारा किया गया हर एक ट्वीट अंग्रेजी मे है, कोई भी ट्वीट हिंदी मे नहीं |
RatanTataTwitterPage | ArchivedPage
जब इन बातों से पता चलने लगा कि उपरोक्त पोस्ट को साझा करने वाले ने फोटोशॉप का प्रयोग कर इस प्रकार का पोस्ट बनाया है, तो हमने उपरोक्त पोस्ट की फिर से जांच की और हमें इस पोस्ट के कमेंट सेक्शन मे शशांक शेखर नामक एक व्यक्ति द्वारा कमेंट मिला जिसमे उन्होंने भी इस बात को झूठ होने का दावा किया |
फिर हमने उपरोक्त पोस्ट मे किये गए दावे को जब ट्विटर मे ढूँढा तो हमें उपरोक्त वाक्य के साथ कई ट्वीट मिले, मगर उनमे से कोई भी रतन टाटा द्वारा नहीं था और ना हीं इनमे से कोई अकाउंट वेरीफाइड था |
TwitterSearchResult | ArchivedSearch
इस छानबीन से इस बात की पुष्टि होती है कि रतन टाटा द्वारा ऐसा कोई भी ट्वीट नहीं किया गया है |
निष्कर्ष : ग़लत
हमारे द्वारा तथ्यों की जांच से यह बात साफ़ होती है कि उपरोक्त पोस्ट मे दर्शाया गया दावा कि रतन टाटा ने विवादित ट्वीट दिया है – ग़लत है | रतन टाटा द्वारा ऐसा कोई भी ट्वीट नहीं किया गया है |
