यह घटना ट्रेन में आग लगने की है, जिसे गलत तरीके से फैलाया जा रहा है। घटना के मद्देनजर ट्रेन के अन्य डिब्बों को अलग कर आग से बचाने के लिए तत्काल एक अलग इंजन का प्रबंध किया गया था।

हाल ही में भारतीय रेलवे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है , जिसमें सेना के जवानों को एक रूकी हुई ट्रेन को धक्का लगाते देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ट्रेन नहीं चली तो सेना के जवानों ने धक्का मारकर इसे स्टार्ट किया।
वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- अमृत काल में ट्रेन भी धक्के से स्टार्ट होती है… ट्रेन नहीं चली तो जवानों ने लगा दिया धक्का और कर दिया स्टार्ट
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो को अलग अलग की-वर्डस के माध्यम से सर्च करना शुरू किया। परिणाम में पीआईबी का एक ट्वीट मिला।
PIB ने अपनी ट्वीट में बताया है कि वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा भ्रामक है। सेना और पुलिस के जवानों ने ट्रेन नंबर 12703 फलकनुमा एक्सप्रेस को धक्का लगा कर स्टार्ट नहीं किया गया था। बल्कि यह घटना ट्रेन में आग लगने की है, जिसे गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है।
घटना के मद्देनजर ट्रेन के अन्य डिब्बों को अलग कर आग से बचाने के लिए तत्काल एक अलग इंजन का प्रबंध किया गया था। वहां मौजूद पुलिस रेलवे कर्मियों ने इंजन के आने का इंतजार न करते हुए अपने प्रयासों से बाकी डिब्बों को अलग किया जिससे एक बड़ी दुर्घटना को रोक दिया गया।
इस दौरान हमें वीडियो से जुड़ा एक पोस्ट साउथ सेंट्रल रेलवे के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर मिला। इस पोस्ट में साउथ सेंट्रल रेलवे ने वायरल वीडियो का खंडन किया है।
इसके अलवा हमें रेलवे के प्रवक्ता का एक ट्वीट मिला। जिसमें उन्होंने वायरल वीडियो को लेकरल स्पष्टीकरण दिया है। दरअसल यह ट्रेन गाड़ी संख्या 12703 फलकनुमा एक्सप्रेस है, जिसे जवान धक्का लगा रहे है। लेकिन इसका ट्रेन के स्टार्ट न होने से कोई नाता नहीं है. उन्होंने कहा कि ये दावा भ्रामक है और घटना 7 जुलाई, 2023 को ट्रेन में आग लगने की है, जिसे गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है।
हमें इस हादसे से जुड़ी खबर डेक्कन क्रॉनिकल समेत कुछ अन्य न्यूज वेबसाइट्स पर मिली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 7 जुलाई को हैदराबाद जा रही फलकनुमा एक्सप्रेस के 5 डिब्बों में बोम्माईपल्ली के पास आग लग गई थी।
आग लगने के दौरान स्थानीय पुलिस, सुरक्षाकर्मी और रेलवे स्टाफ ने कुछ बोगियों को अलग कर धक्का मारते हुए सुरक्षित निकाल लिया था। 18 डिब्बों में से 5 बोगियों में आग लगी थी। वहीं, 3 डिब्बे (S-4, S-5 और S-6) पूरी तरह जलकर खाक हो गए थे।

निष्कर्ष-
तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि ट्रेन नहीं चली तो जवानों ने धक्का देकर स्टार्ट करने के दावे से वायरल वीडियो भ्रामक है। ये वीडियो आग की चपेट में आई बोगियों से बाकी डिब्बों को अलग करने का है।
