
नागरिकता संशोधन अधिनियम(CAA) का विरोध भारत के कई हिस्सों में व्यापक रूप से हो रहा है, इन विरोधों अलग अलग जगहों में पिछले कई दिनों से लगातार २४x७ प्रदर्शन चल रहा है, जिनके चलते सोशल मीडिया पर कई बार ऐसे दावे किये गये है कि प्रदर्शन में मौजूद प्रदर्शनकारियों को पैसे देकर लाया जा रहा है | इन्ही दावों के चलते एक २३ सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया मंचों पर वायरल हो रहा है जिसमे एक प्रदर्शनकर्ता यह कबूल करते हुए दिख रही है की भीड़ को पैसे देकर लाया जाता है और ५०० रुपये अब इन प्रदर्शनकारियों को काफी कम लग रहे है |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “500 रुपये कम पड़ रहे बे, कांग्रेसवालों, थोड़ा रेट बढ़ाओ #naseeruddinshah #ShaheenBaghProtest |”
यह वीडियो फेसबुक पर भी काफी तेजी से साझा किया जा रहा है |
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को यूट्यूब पर अलग अलग कीवर्ड्स के माध्यम से की, “लखनऊ घंटाघर” कीवर्ड सर्च से हमें सरकारी खबर नामक एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया उपरोक्त २३ सेकंड वीडियो का पूर्ण विडियो मिला जो कि 4:51 सेकंड का है | २० जनवरी २०२० को अपलोड किये गये वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “NRC के खिलाफ आंदोलन करने पर लखनऊ घंटाघर के पास प्रदर्शन कर रही महिलाओं के वॉशरूम को बंद कर दिया गया |”
इस वीडियो को ध्यान से सुनने पर हमें रिपोर्टर का पहला सवाल सुनाई देता है –
रिपोर्टर– कल वसीम रिजवी ( उत्तर प्रदेश सेंट्रल शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष) ने एक वीडियो रिलीज़ की है जिसमे उन्होंने यहाँ की महिलाओं पर बहुत संगीन इल्ज़ाम लगाये है, उसके ऊपर आपका क्या कहना है ?
महिला- उन्होंने महिलाओं को ये बोला है की औरतों को यहाँ बुलाया जा रहा है, ५०० रुपये देकर के और खाने के लिए, बिरियानी के लिए Mainly बिरियानी के लिए, औरतों को यहाँ ५०० रुपये में बुलाया जा रहा है यहाँ पे रुकने के लिए | अब आप ये बात बताइए की ५०० रुपये में क्या होता है आजकल ? औरतें अपना घर छोड़कर, अपने बच्चे, अपना हसबंड, अपनी मुम्म पापा, अपनी पढाई, सब छोड़कर वो यहाँ आयेंगी, उससे ज्यादा एक मुस्लिम महिला एक साल में ज़कात दे देती है | ५०० रुपये की क्या एहमियत है जब वो लाखों रुपये में हजारों रुपये में ज़कात दे रही है, तो वो ५०० रुपये के लिए यहाँ क्यों आयेंगी ?? आप ही मुझे बताइए ??!!
इस वीडियो को देखने के बाद ये स्पष्ट है की यह वीडियो एक लंबे वीडियो का क्लिप्ड वर्शन है | मूल वीडियो से २३ सेकंड का क्लिप सोशल मीडिया पर गलत संदर्भ में बता लोगों को भ्रमित करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है |
यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सीएए के खिलाफ लखनऊ के घण्टा घर पर विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी | इस वीडियो को आप नीचे देख सकते है |
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो वसीम रिजवी द्वारा दिए गये बयान के उत्तर में है | इस वीडियो को मूल वीडियो से काटकर गलत संदर्भ में साझा किया जा रहा है | आप नीचे मूल वीडियो और वायरल वीडियो क्लिप का तुलनात्मक विश्लेषण देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो एक ४ मिनट के वीडियो से क्लिप कर लिया गया है | वीडियो में दिखाई गयी महिला असल में यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा दिए गये बयान का उत्तर दे रही थी |

Title:Clipped Video- CAA का विरोध कर रही महिला ५०० रुपये के बदले प्रदर्शन करने की बात नहीं कर रही है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
