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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नोवेल कोरोनावायरस को अंतरराष्ट्रिय स्तर पर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है | वैज्ञानिकों ने वायरस के जीनोमिक अनुक्रम की मैपिंग की है लेकिन अभी भी वायरस का स्रोत ज्ञात नहीं हो पाया है | इस स्वास्थ्य आपातकाल के समय, सोशल मीडिया पर कई फर्जी तस्वीरें, वीडियो और मेसेज वायरल हो रहे हैं, जो विभिन्न देशों में नागरिकों में दहशत पैदा कर रहे हैं |
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के बड़हलगंज क्षेत्र में एक कोरोना वायरस के पीड़ित मरीज़ मिली है | साथ ही कहा गया है कि मरीज़ की हालत बिगड़ने पर उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है | पोस्ट में निवेदन किया गया है कि किसी भी प्रकार मांस ना खाए |
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त पोस्ट से संबंधित ख़बरों को गूगल पर कीवर्ड्स के माध्यम से ढूँढा, परिणाम में हमें १६ फरवरी २०२० को जागरण द्वारा प्रकाशित खबर मिली, जिसके अनुसार मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ३३ लोगों की निगरानी विश्व स्वास्थ्य संगठन से होने की दलील देते हैं जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के डाटा मैनेजर नंदलाल द्वारा ख़ारिज किया गया है उनके अनुसार कोई भी मानीटरिंग नहीं की जा रही है| इस खबर में कही भी इस बात का उल्लेख नही है कि गोरखपुर में एक पॉजिटिव कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज है |
जागरण | आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक
फैक्ट क्रेस्सन्डो ने गोरखपुर के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. श्रीकांत तिवारी से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “हमने ४३ में से ३५ लोगों को सख्त निगरानी में रखा था, जो १० जनवरी को विदेश से गोरखपुर लौटे थे | उनमे से दो लोग वुहान से आये थे और १४ दिन ऑब्जरवेशन में रहने के बाद उनका रिजल्ट भी नेगेटिव आया | बाकि सारे मरीजों का रिजल्ट भी नेगेटिव आया है | इस वक़्त गोरखपुर में कोरोनावायरस के संक्रमित एक भी पॉजिटिव मरीज नही है | सोशल मीडिया पर वायरल दावे गलत है |”
इसके पहले फैक्ट क्रेस्सन्डो ने मुर्गिओं को कोरोनावायरस से संक्रमित होने के दावे को फैक्ट चेक किया है |
भारत ने केवल कोरोनोवायरस के तीन पॉजिटिव मरीज की पुष्टि की हैं, जो सभी दक्षिणी भारतीय राज्य केरल में हैं | तीनों रोगी अब स्वस्थ हो चुके है और उन्हें हस्पताल से छुट्टी दे दी गई है | इस बात की पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने २१ फरवरी, २०२० को ट्वीट के माध्यम से घोषणा करते हुये की थी |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ की खबर गलत है |

Title:बड़हलगंज में कोरोनावायरस संक्रमित मरीज की पुष्टि होने की अफवाह हुई वायरल |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
