
२० जून २०१९ को फेसबुक पर ‘Er.Amir Ullah “Social Activist” Proud Kashmiri’ नामक एक यूजर द्वारा एक पोस्ट साझा किया गया है | पोस्ट में एक विडियो दिया गया है | इस विडियो का लाइव प्रसारण किया गया था | विडियो छह मिनट १३ सेकंड लंबा है | विडियो के शुरुआत में ही आर्मी की वर्दी पहना हुआ यह शख्स अपनी पहचान बताता है – मेरा नाम सतवीर सिंह है, मैं इंडियन आर्मी का सोल्जर हूँ और पीलीभीत, उत्तर प्रदेश का रहनेवाला हूँ | हाल ही में दिल्ली पुलिस द्वारा मुखर्जी नगर इलाके में एक सिख ऑटोचालक की पिटाई की घटना के बाद सिख समुदाय में बड़े पैमाने पर रोष व्याप्त है | इसी के मद्देनजर यह विडियो बनाया गया है | विडियो में कथित तौर पर सतवीर सिंह के नाम से और इंडियन आर्मी सोल्जर के रूप में अपनी पहचान बताने वाला यह युवक दिल्ली की उस घटना का उल्लेख करते हुए कहता है कि, यह बहुत ही बुरा हुआ | इस देश में सिख सुरक्षित नहीं है | इसलिए हम अपने घर की मांग कर रहे है | हमें इसी वजह से अलग खालिस्तान देश चाहिए |
विडियो में यह युवक देश में हुई बलात्कार की घटनाओं का जिक्र करता है | साथ ही मौजूदा मोदी सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा प्रकट करता है | वह कहता है कि, तीन हजार करोड़ रूपये खर्च कर आसमान को छूने वाली मूर्ति बनाकर विकास का दिखावा किया जा रहा है | लेकिन यह कोई विकास नहीं है | धर्म के नाम पर वोट मांगे गए और सरकार बनाई गई | विडियो में वह पुलिस को खुली चुनौती देते हुए यह कहता है कि, अगर किसी पुलिसवाले को अपनी गर्मी निकालना है, तो मुझसे आकर मिले | संपर्क के लिए वह अपने दो फोन नंबर भी देता है |
पोस्ट के विवरण में अंग्रेजी में लिखा गया है कि,
Army Soldier Sikh Brother Talking about the Manhandling of Sikh Brother In Delhi (Mukherje Nagar ) ! We Do Stand with our Sikh Brother’s
Wahe Guru Ji ka Khalsa . Wahe Guru Ji ki Fateh .
Respect The Turban Share The Post
हिंदी में अनुवाद इस प्रकार है- आर्मी जवान भाई दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में हुई सिख भाई की पिटाई के सन्दर्भ में बोल रहा है | हम सिख भाइयों का दर्द समझते है | वाहे गुरूजी का खालसा, वाहे गुरूजी की फ़तेह | सिखों के पगड़ी का सम्मान करो | पोस्ट साझा करो |
इस पोस्ट व्दारा किया यह दावा किया जा रहा है कि, विडियो में अपने विचार रखने वाला शख्स भारतीय आर्मी का जवान है | लेकिन आर्मी का कोई जवान इस तरह विडियो का लाइव प्रसारण करे, इस बात पर विश्वास करना थोडा कठिन है | इसलिए इस शख्स की पहचान पर शक होता है | तो आइये जानते है इस दावे की सच्चाई |
मूल पोस्ट यहाँ देखें – Er.Amir Ullah | ARCHIVE POST
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस शख्स ने जो मोबाइल नंबर दिए है, उनपर कॉल कर उससे संपर्क करने की कोशिश की | हमने जब इन नंबर्स पर कॉल लगाये तो यह दोनों नंबर हमें बंद मिले | ‘Truecaller’ से हमें पता चला की, इनमे से एक नंबर पश्चिम बंगाल का है और एयरटेल सिम है तथा सतवीर hq नाम से पंजीबद्ध है | दूसरा पश्चिम उत्तर प्रदेश का है और Fozi TV नाम से पंजीबद्ध है तथा बीएसएनएल सिम है |
इसके बाद हमने सतवीर सिंह, आर्मी के नाम से फेसबुक पर सर्च किया | लेकिन हमें कोई सफलता नहीं मिली | लेकिन सर्च के दौरान हमें फेसबुक पर भारतीय आर्मी द्वारा साझा एक पोस्ट मिला | ADGPI INDIAN ARMY इस आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर साझा इस पोस्ट में इसी विडियो के पोस्ट का स्क्रीनशॉट देकर इस शख्स को बनावटी कहा गया है | आर्मी ने खुलासा किया है कि, यह शख्स भारतीय आर्मी का जवान नहीं है ना ही वह किसी भी रूप में आर्मी से जुडा है | साथ ही गुजारिश भी की गई है कि, इस विडियो को साझा न किया जाए | २२ जून को साझा किया गया यह पोस्ट आप नीचे देख सकते है |
मूल पोस्ट यहाँ देखें – ADGPI INDIAN ARMY | ARCHIVE POST
इसके बाद हमने ट्वीटर पर सर्च किया | इस प्लेटफ़ॉर्म पर भी हमें इस विडियो के सतवीर सिंह के अकाउंट का पता नहीं लग सका | लेकिन ADGPI INDIAN ARMY इस आधिकारिक हँडल पर साझा एक ट्वीट मिला, जिसमे विडियो वाले शख्स की पहचान भारतीय आर्मी का जवान होने से इंकार किया गया है | आप यह ट्वीट नीचे देख सकते है |
हमने विडियो का स्टील शॉट लेकर उसे रिवर्स इमेज सर्च कर इस शख्स के पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी की खोज की | लेकिन हमें कोई भी पुख्ता परिणाम नहीं मिले |
अतः इस संशोधन से हम यह कह सकते है कि, विडियो में बोलने वाले शख्स ने अपनी झूठी पहचान दी है | उसके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर्स बंद है | आर्मी ने भी इस विडियो का गंभीरता से संज्ञान लेकर स्पष्ट किया है कि, यह आर्मी जवान नहीं है | इस आधार पर उसके आर्मी जवान होने के दावे को नकारा जा सकता है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो में बोलने वाले शख्स द्वारा किया गया दावा कि, “मैं इंडियन आर्मी का सोल्जर हूँ, |” सरासर गलत है | खुद आर्मी ने स्पष्ट किया है कि, वह आर्मी जवान नहीं है |

Title:क्या लाइव विडियो प्रसारण द्वारा खालिस्तान की मांग करने वाला यह सिख शख्स भारतीय आर्मी का जवान है ?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
