
२ मार्च २०१९ को फेसबुक पर ‘Asgar Khan’ नामक एक यूजर द्वारा साझा की गई यह पोस्ट बहुत ज्यादा चर्चा में है | पोस्ट में ‘The Live TV’ नामक एक यू-ट्यूब चैनल का एक विडियो साझा किया है जिसमे माइक्रोसॉफ्ट के एक सर्वे का हवाला देकर यह दावा किया गया है की झूठ फ़ैलाने के मामले में भारत नम्बर एक है | पोस्ट के टेक्स्ट में लिखा गया है की – विदेशों से,बड़े बड़े देशों से,जिस खबर का इंतजार था, भारतीयों को,वह खबर आ गया,।
देखिए अमेरिका ने रिपोर्ट जारी किया,जिसमें कहा है कि
सबसे ज्यादा झूठ फैलाने वाला,झूठ बोलने वाला,भारतीय मीडिया दुनिया में नम्बर वन पर है
यह चिंता का विषय है,यह रुकना चाहिए
और साथ मे अपील भी किया कि भारतीय मीडिया की रिपोर्ट
पर विश्वास करें,मगर सही रिपोर्ट पर
साथ मे यह भी कहा कि फेक न्यूज़ का सिलसिला पिछले 3-4 सालों में अत्य अधीक इजाफा हुआ है
(भारतीयों को चुनाव तक सतर्क रहना होगा)फैक्ट चेक किये जाने तक इस पोस्ट को ६ हजार से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिल चुकी थी | विडियो देखने व सुनने के बाद तथा पोस्ट में किये गए दावे को पढने के बाद कुछ विसंगतियां दिखाई पड़ती है | तो आइये जानते है इसकी सच्चाई |
दुसरे सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर ढूंढने से हमें ट्वीटर पर इस सन्दर्भ में एक ट्वीट भी मिला |
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस पोस्ट के विडियो को बड़े ध्यान से देखा और सुना | विडियो के शुरुआत में ही माइक्रोसॉफ्ट द्वारा जारी एक रिपोर्ट का हवाला दिया गया है | सो हमने माइक्रोसॉफ्ट रिपोर्ट ओन फेक न्यूज़ इन की वर्ड्स के साथ गूगल में ढूंढा तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |

इस सर्च से हमें यह पता चलता है माइक्रोसॉफ्ट ने ‘डिजिटल सभ्यता सूचकांक’ (digital civility index) के लिए दुनिया के २२ देशों में एक सर्वे करवाया था तथा ५ फरवरी २०१९ को वह जारी किया था | इस रिपोर्ट का ग्लोबल पार्ट आप इस लिंक पर पढ़ सकते है |

माइक्रोसॉफ्ट के इसी सर्वे के भारत से सम्बंधित पार्ट आप इस लिंक पर पढ़ सकते है |

माइक्रोसॉफ्ट ने यह जो सर्वे करवाया वह इस विषय पर था की दुनिया के लोग इन्टरनेट का उपयोग कैसे करते है | ‘सेफर इंटरनेट डे’ के पर्व पर हर साल माइक्रोसॉफ्ट यह सर्वे करवाता है तथा २०१९ में उन्होंने किया हुआ यह तीसरा सर्वे था | ऑनलाइन शिष्टाचार (सिविलटी) का स्तर जांचने के लिए यह सर्वे करवाया जाता है |
इस रिपोर्ट में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि भारत में ऑनलाइन शिष्टाचार (सिविलटी) का स्तर बढ़ा है यानी इंटरनेट पर भारतीय अब तरीके से पेश आने लगे हैं | इस इंडेक्स के अनुसार भारत सहित पूरी दुनिया में इंटरनेट पर अब लोग सुलझे तरीके से व्यवहार कर रहे हैं | इसमें १८ से ३४ साल के लोगों पर २२ देशों में किए गए सर्वे में भारत ७ वें नंबर पर आया है | भारत का इंडेक्स जहां ५९% था, वहीं ग्लोबल इंडेक्स ६६% था | इस मामले में भारत ने अपनी स्थिति पहले के मुकाबले दो फीसदी ठीक की है |
इस सर्वे की एक खबर ‘जागरण जोश’ ने ६ फरवरी २०१९ को प्रकाशित की थी |

इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, माइक्रोसॉफ्ट ने यह जो सर्वे करवाया है वह इन्टरनेट के उपयोग से सम्बंधित ऑनलाइन शिष्टाचार के विषय पर है, ना की किसी देश के मीडिया के बारे में | पोस्ट में साझा किये गए विडियो में माइक्रोसॉफ्ट के रिपोर्ट का जिक्र किया गया है लेकिन उसे शेयर करते समय पोस्ट में जो दावा किया गया है कि, यह रिपोर्ट अमरिका ने जारी की है, गलत है, क्योंकि यह रिपोर्ट माइक्रोसॉफ्ट की है और हम उसे अमरिका की रिपोर्ट नहीं कह सकते | दूसरा, यह दावा भी गलत है कि, अमेरिका ने रिपोर्ट जारी किया, जिसमें कहा है कि सबसे ज्यादा झूठ फैलाने वाला, झूठ बोलने वाला, भारतीय मीडिया दुनिया में नम्बर वन पर है | क्योंकि इस रिपोर्ट में भारतीय ही नहीं किसी भी देश के मीडिया के बारे कोई सर्वे नहीं किया गया है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा की अमेरिका ने रिपोर्ट जारी किया, जिसमें कहा है कि सबसे ज्यादा झूठ फैलाने वाला, झूठ बोलने वाला, भारतीय मीडिया दुनिया में नम्बर वन पर है, सरासर गलत है | यह सर्वे माइक्रोसॉफ्ट ने किया है, अमरिका ने नहीं | सर्वे मीडिया का नहीं, इन्टरनेट के उपयोग से सम्बंधित ऑनलाइन शिष्टाचार का है |

Title:क्या अमरीकी रिपोर्ट के अनुसार, झूठ फैलाने में भारतीय मीडिया दुनिया में नम्बर वन पर है ?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False

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