
४ जुलाई २०१९ को फेसबुक पर ‘Md Mujammil’ नामक एक फेसबुक पेज पर एक वीडीयो साझा किया है, जिसमे हम कुछ युवकों को ‘जय श्री राम’, ‘जय बजरंग बलि’ इत्यादि का नारा लगाते हुए सुन सकते हैं और फिर पुलिस इन युवकों को गिरफ़्तार करके ले जाते हुए दिखती है | पोस्ट के विवरण में लिखा है – “अब तो जय श्री राम बोलने पर पुलिस पकड़ लेती है | लगता है हिंदुस्तान में अब जय श्री राम भी नहीं बोल सकते |” इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘जय श्री राम बोलने पर अब पुलिस गिरफ़्तार कर रही है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट में दिए गए वीडीयो का स्क्रीन शॉट लेकर ‘यांडेक्स’ इमेज सर्च में ढूंढा | हमें मिले परिणाम आप नीचे देख सकतें हैं |
इस संशोधन में हमें २० फ़रवरी २०१६ को ‘Hindustan Murdabad’ नामक एक Youtube पेज द्वारा अपलोड किया गया वीडियो मिला | यह वीडियो – उपरोक्त वीडियो से मिलती-जुलती है |
इस वीडियो में पुलिस के गाड़ी पर ‘Rehari Ambphalla’ लिखा हुआ था |
रेहारी-अम्ब्फल्ला जम्मू में स्थित है | इस बात से हमें यह पता चलता है कि यह घटना जम्मू की है और २०१६ या उसके पहले की है | इस वीडियो में सुनाई देने वाले नारों को सुनने से पता चलता है कि यह विरोध किसी मंदिर से जुड़े कारण पर हो रहा है | पुलिस की बात ना मानने के वजह से इस व्यक्ति को गिरफ़्तार किया जा रहा था |
गिरफ़्तार होने वाले व्यक्ति और पुलिस के बीच हुई बातचीत को आप इस वीडियो में ०:०४ से ०:२० के दरमियाँ सुन सकतें हैं | इसमें साफ़ सुनाई देता है कि पुलिस पहले बहुत आराम से इस व्यक्ति को बोल रही है –“आपका प्रोटेस्ट हो गया, आपकी फोटोग्राफी हो गयी | अब आप अंदर चले जाइये |” मगर फिर गिरफ़्तार होने वाला व्यक्ति पुलिस के साथ बहस करना शुरू कर देता है |
फिर हमने जम्मू के SSP तेजिंदर सिंह से संपर्क साधा और उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में ‘जय श्री राम’ बोलने पर कभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और जो वीडियो वाइरल हो रहा है वह एक बहुत पुराना वीडियो है जो की एक स्थानीय मुद्दे को लेकर था | हालांकि, इसके बारे में पूरी जानकारी निकालने में उनको वक़्त लगेगा | जैसे ही हमें इस बारे में जानकारी मिलेगी, हम इस पोस्ट को हमारे पाठकों के लिए अपडेट कर देंगे |
इन संशोधन से हमें साफ़ पता चलता है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो का ना तो वर्तमान से कोई संबंध है और ना ही इसमें पुलिस ने केवल ‘जय श्री राम’ बोलने के वजह से गिरफ़्तार किया | यह घटना २०१६ या उसके पहले की जम्मू की है | इस पुरानी वीडियो को वर्तमान का बता कर और इस घटना को एक धार्मिक रूपांतर कर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘जय श्री राम बोलने पर अब पुलिस गिरफ़्तार कर रही है |’ ग़लत है |

Title:क्या जय श्री राम बोलने पर पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया ? जानिये सच |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
