
५ सितम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘आपणौ हनुमान आपणौ सवाभिमान’ नामक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट कर ये दावा लिया था कि, ‘राजस्थान में कांग्रेस के राज में नाबालिक लड़कियों के साथ अत्याचार किया जा रहा है |’ वीडीयो में पुलिस नाबालिक लड़कियों के समूह के साथ बात करते हुए दिख रही है और बातचीत के अंत में इन बालिकाओं पर उनके द्वारा बल प्रयोग किया जा रहा है| इस पोस्ट के द्वारा यह दावा किया जा रहा है क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस विडियो को देखने पर हमें इस वीडियो में एक विध्यालय और जगह का नाम साफ़ दिखाई देता है | राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय करमोंदा, सवाई माधोपुर | इसके बाद हमने सवाई माधोपुर के जिलाधिकार एस.पी.सिंह से इस बारे में जानकारी हेतु संपर्क किया, उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उपरोक्त वीडियो करमोंदा में स्थित एक विध्यालय का है, जिसमें एक शिक्षक के तबादले के कारण वहाँ के छात्र व छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया था | इस दौरान छात्रों व छात्राओं ने विध्यालय के गेट पर कंटीली झाड़ियों का प्रयोग कर, गेट को बंद कर दिया था| पुलिस के बार बार समझाने के बावजूद इन नाबलिक छात्र और छत्राओं ने पुलिस की दरखास्त नहीं मानी और वे पुलिस के साथ बत्तमीजी के साथ पेश आने लगे | तब पुलिस ने इनको विध्यालय के प्रवेश द्वार से हटाने के लिए बल का प्रयोग किया | यह वीडियो उसी वक़्त का है और यह घटना अगस्त २०१८ की है |
इसके बाद हमने २०१८ में गूगल पर ‘government in rajasthan 2018’ कीवर्ड्स को ढूंढा , तो हमने पाया कि अगस्त २०१८ में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे थी | वसुंधरा राजे भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं | राजस्थान में कांग्रेस की सरकार १७ दिसम्बर २०१८ को राजस्थान में सत्ता में आई थी |
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उपरोक्त अनुसंधानो से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त दावा सिर्फ़ लोगों को भ्रमित करने के लिए गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘राजस्थान में वर्तमान की कांग्रेस सरकार के राज में नाबालिक लड़कियों के साथ अत्याचार किया जा रहा है |’ ग़लत है |

Title:२०१८ के एक पुराने वीडीयो को वर्तमान में राजस्थान पुलिस के अत्याचार का बताकर फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
