
१२ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘Nebsarai Residentials’ नामक फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था, इस वीडियो में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ज़बरदस्ती गिरफ़्तार करके पुलिस जीप में डालकर ले जाते दिख रही है | इस पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “ #कॉपी पुलिस घसीटते हुवे अखिलेश यादव को थाने ले गई | 370 के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन | ये है मोटा भाई की ताक़त बोलते कम गिसड़ते जय्दा है |” वर्तमान में सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद ३७० हटाने को लेकर सोशल मंचों पर कई प्रकार के दावे हो रहे है, इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘वर्तमान में अनुच्छेद ३७० के रद्द होने पर अखिलेश यादव द्वारा विरोध करते वक़्त पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार किया |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले InVidTool की मदद से इस वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर यांडेक्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें YouTube पर २९ मई २०१७ को ‘Next9News’ द्वारा अपलोड किया गया एक वीडियो मिला | इस वीडियो के मुताबिक, अखिलेश यादव को २०११ में लखनऊ हवाईअड्डे से ही ACP बी.पी. अशोक ने गिरफ़्तार किया गया था, जब वें एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने दिल्ली से लखनऊ पहुंचे |
फिर हमने गूगल पर ‘Akhilesh yadav arrested in lucknow by ACP B P Ashok’ कीवर्ड्स से ढूंढा, तो हमें ‘TimesNow’ नामक एक समाचार वेबसाइट द्वारा ९ मार्च २०११ को प्रसारित ख़बर का एक YouTube वीडियो मिला | इस वीडियो के विवरण में लिखा है कि, ‘On the last day of Samajwadi Party’s state-wide agitation against the Mayawati government, party state president Akhilesh Yadav was today arrested at the Amausi airport as soon as he landed here from New Delhi.’
हिंदी में अनुवाद : मायावती सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी के राज्यव्यापी आंदोलन के आखिरी दिन, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव को आज अमौसी हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया, जैसे ही वह नई दिल्ली से यहां पहुंचे |
इसके अलावा हमें NDTV द्वारा प्रसारित ९ मार्च २०११ की एक ख़बर भी मिली | इस ख़बर में बताया गया था कि अखिलेश यादव संसद के बजट सत्र से ब.स.पा. के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने के लिए दिल्ली से वापिस जब लखनऊ पहुंचे, तब उन्हें लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे पर उतरते ही गिरफ़्तार कर लिया गया था | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
इस संशोधन से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में साझा वीडियो ९ मार्च २०११ को लखनऊ के हवाईअड्डे से अखिलेश यादव की ज़बरदस्ती की गयी गिरफ्तारी का है और वर्तमान से इस वीडियो का कोई संबंध नहीं है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘वर्तमान में अनुच्छेद ३७० के रद्द होने पर अखिलेश यादव द्वारा विरोध करते वक़्त पुलिस ने उन्हें किया गिरफ़्तार |’ ग़लत है |

Title:२०११ में लखनऊ हवाईअड्डे पर अखिलेश यादव को गिरफ़्तार किये जाने का वीडियो वर्तमान में अखिलेश द्वारा अनुच्छेद ३७० के रद्द होने के बाद के प्रदर्शन का बताकर फैलाया जा रहा है।
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
