
१५ सितम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘Bollywood blues’ नामक फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था, इस वीडियो में पुलिस दो युवकों को मारते हुए दिख रही है | इस पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “मोदीजी के बनाएं नया कानून मिशन चालान की नई नई फिल्म आ रही है यह कानून सीर्फ गरीबों पर चलाया जा राहा है यह विडियो छत्तीसगढ़ राज्य के जिला मुंगेली की है बहुत ही सर्मनाक है ऐसे कानून से पुलिसकर्मी अपने आप को राजा समझने लगे तालीबानी फरमान चलाया जा रहा है इसे जल्द ही रोका जाए नही तो ऐसा होगा की पुलिस वाले लोग किसी की खून ही न कर दे या जनता आक्रोशित होने न लग जाए और परिणाम उल्टा ही हो।।“ इस पोस्ट के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि, ‘यह वीडियो पुलिस द्वारा नये चालान रकम वसूलने के चलते गरीबों पर किये गए अत्याचार का है |’
क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस प्रकरण की सत्यता जांचने के लिये हमने छत्तीसगढ़ मुंगेली जिला के SP सी. पी. टंडन से संपर्क किया और इस वीडियो के बारे में पुछा, उन्होंने हमें बताया कि, “यह घटना वर्तमान ९ सितम्बर की है, मुंगेली थाने के अंतर्गत पडाव चौक पर हमें दो शराबियों द्वरा हंगामा करने की शिकायत प्राप्त हुई | इस शिकायत पर थाने से दो पुलिसकर्मी जब पडाव चौक गए, तो वहां पर दो व्यक्ति शराब के नशे में धुत होकर उत्पात मचा रहे थे | जब इनको थाने ले आने के लिए, ऑटो रिक्शा में बिठाने की कोशिश की जा रही थी, तब एक व्यक्ति तो बैठ गया मगर दूसरा व्यक्ति पुलिस अफसर को गाली देने लगा व रिक्शा में बैठने से विरोध करने लगा यह वीडियो उस वक्त लिया गया था | इस घटना का मोटर चालान से कोई भी संबंध नहीं है |”
इसके अलावा हमें इस सन्दर्भ में प्रकाशित ख़बरें भी प्राप्त हुई हैं | इन ख़बरों को पूरा पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
BhaskarPost | ArchivedLink | Khabar36Post | ArchivedLink |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में साझा वीडियो का मोटर चालान से कोई संबंध नहीं है | दोनों व्यक्ति शराब के नशे में धुत होकर उत्पात मचा रहे थे | जब पुलिस अफसर थाने ले आने के लिए रिक्षा में बिठाने का प्रयत्न करते लगे, तो इनके द्वारा किये गए विरोध के वक़्त पुलिस द्वारा बल प्रयोग का वीडियो है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘यह वीडियो पुलिस द्वारा चालान के लिए गरीबों पर किये गए अत्याचार का है |’ ग़लत है |

Title:उत्पाती शराबियों को पकडती पुलिस के इस वीडीयो को वर्तमान में संशोधित मोटर वाहन अधिनियम का बता फैलाया जा रहा है|
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
