
१८ दिसम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘Mahira Khan’ द्वारा किये गये पोस्ट में एक वीडियो साझा किया गया है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “#NRC में नाम नहीं है इसलिए घर से उठाया जा रहा है #Assam आज आपका विरोध बंद हो जाए तो कल आपका हाल ऐसा ही होगा |” इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘असम में NRC सूची में नामांकन नहीं होने के कारण लोगों को निकाल दिया जा रहा है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इस वीडियो को गौर से देखने पर, इस पर ‘Dy365 Exclusive’ लिखा हुआ दिखता है |
जब हमने गूगल पर ‘Dy365 Exclusive’ कीवर्ड्स को ढूंढा, तो हमने पाया कि यह उत्तर-पूर्वी राज्य का एक समाचार चैनल है |
जब हमने इस समाचार चैनल को अलग-अलग सोशल प्लेटफार्मस पर ढूंढा, तो हमें Dy365 के फेसबुक पेज पर ये वीडियो मिला| इस वीडियो के विवरण में लिखा हुआ था कि, यह घटना नवम्बर २०१७ की है जब असम के अमचंग वन्यजीव अभ्यारण्य में वन्य अधिकारीयों द्वारा अनधिकृत काबिज व्यक्तियों की बेदख़ली के दौरान कंग्कन नगर में एक अनधिकृत काबिज व्यक्ति ने एक वन अधिकारी पर हथियार लेकर हमला किया और तुरंत ही पुलिस कर्मियों ने मुस्तैदी से इसे रोक के पकड़ लिया |
Dy365 Facebook Link | ArchivedLink
इसके अलावा, उक्त समाचार चैनल की वेबसाइट पर हमें २७ नवम्बर २०१७ को प्रकाशित इस घटना पर एक ख़बर भी प्राप्त हुई जिसके अनुसार आमसंग में ३ दिन तक बेदख़ली का काम चलेगा, जिसके लिए तीन हज़ार पुलिस कर्मी, १५ हाथी लगाये जायेंगे| इस बेदख़ली अभियान के दौरान कई लोग आहत भी हुए | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
इसके बाद हमने सिवासागर पुलिस स्टेशन के OC प्रान्जित लखार से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि यह घटना दो साल पहले अमचंग वन्यजीव अभ्यारण्य में बेदख़ली अभियान के दौरान की है, ये अभियान बोताहगुली, कांगकान नगर और आयूषुफ़ नगर इलाकों में किया गया था | इस वीडियो का NRC से कोई संबंध नहीं है |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो का NRC से कोई संबंध नहीं है | यह वीडियो दो साल पुराना है और इस वीडियो को गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “असम में NRC सूची में नामांकन नहीं होने के कारण लोगों को निकाल दिया जा रहा है |” ग़लत है |

Title:२०१७ नवम्बर को असम के अमचंग वन्यजीव अभ्यारण्य में किये गए अतिक्रमण हटाने के वीडियो को वर्तमान में NRC का बता फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
