ये वीडियो तेलंगाना से है जहाँ CAA व NRC विरोध के दौरान इन लोगों को हिरासत में लिया गया था |

False National Social

जहाँ एक ओर पूरे देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है व कुछ राज्यों में हिंसा की सूचना प्राप्त हो रहीं है वहीँ सोशल मंचो पर इन विरोधों को लेकर कई गलत खबरें व अफवाहें फैलाई जा रहीं हैं | ऐसे ही कुछ वीडियो सोशल मंचो पर असम के नाम से फैलाये जा रहे हैं जहाँ पुलिसकर्मीयों द्वारा बल प्रयोग कर लोगों को गिरफ़्तार करते देखा जा सकता है|

क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

उपरोक्त वीडियो को गौर से देखने पर हमें साफ़ दिखता है कि पुलिस कर्मियों के वर्दी पर तेलंगाना पुलिस का बैच है, और वीडियो में हिंदी के अलावा तेलुगु भाषा सुनाई देती है | 

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इसके बाद हमने इन वीडियो को अलग-अलग कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुये गूगल पर ढूंढा, परिणाम में हमें तेलंगाना में CAA व NRC के खिलाफ विरोध के दौरान लोगों की गिरफ्तारी की ख़बरें मिली | ANI द्वारा १९ दिसम्बर २०१९ को प्रकाशित एक ख़बर के अनुसार हैदराबाद के चारमिनार के पास विरोध प्रदर्शन के दौरान ५० लोगों को गिरफ़्तार किया गया था | DCP South अविनाश मोहंती ने इस सम्बन्ध में ये स्पष्ट किया था कि पूरे दक्षिणी भाग में किसी भी संस्थान या संगठन को मोर्चे की अनुमति नहीं दी गई थी, फिर चाहे वो विरोध में हो या समर्थन में- पूरी ख़बर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

ANInews | ArchivedLink

इसके अलावा हमें Dailyhunt नामक वेबसाइट पर १९ दिसम्बर २०१९ को इस सम्बन्ध में प्रकाशित ख़बर मिली, ख़बर के अनुसार तेलंगाना में CAA व NRC के खिलाफ होने वाले विरोध के दौरान गिरफ्तारी हुई, उनकी कुछ तस्वीरें भी दी गयी है | ये तस्वीरों उपरोक्त वीडियो के दृश्यों से मिलती जुलती हैं| पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

DailyhuntPost | ArchivedLink

इसके अलावा इस ख़बर में SiasatDaily नामक एक समाचार चैनल द्वारा अपलोड किया गया एक YouTube वीडियो मिला | 

इस वीडियो से हमें कई हिस्से वाइरल होने वाले वीडियो से समान्तर मिले | जब हमने इस वीडियो से स्क्रीनशॉट लेकर दोनों तस्वीरों की तुलना की, तो हमने इस वीडियो को एक ही घटना का पाया | 

इसके बाद हमने चारमिनार के SHO गुरुस्वामी से संपर्क किया | उन्होंने यह वीडियो देखकर हमें बताया कि, “यह वीडियो चारमिनार व नामपल्ली इलाके में CAA व NRC के खिलाफ किये गए विरोध के वक़्त का है | यहाँ किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन की अनुमति ना होने के कारण हमने इस विरोध प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की थी | कुछ लोग मान गए और वहाँ से चले गए, मगर जो लोग नहीं माने और हिंसक भाषण देने लगे-हमने उन्हें हिरासत में लिया | यह वीडियो उसी वक़्त का है | असम से इस वीडियो का कोई संबंध नहीं है |” 

इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो तेलंगाना में १९ से २१ दिसम्बर २०१९ के बीच हुये CAA व NRC विरोध के दौरान की गई गिरफ्तारी का है और इस वीडियो का असम से या NRC सूची में नामांकन से कोई संबंध नहीं है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |

जांच का परिणाम :  उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “असम में NRC सूची में नामांकन नहीं होने के कारण लोगों को गिरफ़्तार किया जा रहा है |” ग़लत है |

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Title:ये वीडियो तेलंगाना से है जहाँ CAA व NRC विरोध के दौरान इन लोगों को हिरासत में लिया गया था |

Fact Check By: Natasha Vivian 

Result: False