आगामी दिल्‍ली चुनावों के चलते भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष मनोज तिवारी का एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, फैक्टक्रेस्सन्डो के व्हाट्सएप नंबर- 9049053770 पर एक वायरल तस्वीर भेजी गयी थी जिसमें दावा किया गया था कि तस्वीर में दर्शित पत्र भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष मनोज तिवारी द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को लिखा गया है | यह पत्र आप नीचे देख सकते है |

इस पत्र के माध्यम से सोशल मंचो पर ये दावा किया जा रहा है कि आगामी दिल्‍ली चुनावों की हार से घबरा कर मनोज तिवारी द्वारा यह पत्र लिखा गया है | यह पत्र फेसबुक पर भी काफी वायरल है | पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “तिवारी भी कभी-कभी सच #बोलता है अच्छा है, तभी तो अचानक से #अमित #शाह की #तस्वीर को लगभग हटा दिया गया है दिल्ली भाजपा #प्रचार #अभियान से, इतना #लहरा हुआ था पता ही नहीं था |”

फेसबुक पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुवात हमने गूगल पर यह ढूँढ के की कि आगामी दिल्ली के चुनाव के मद्देनज़र मनोज तिवारी द्वारा जगत प्रकाश नड्डा को क्या ऐसा कोई पत्र लिखा गया है कि नही परंतु हमें इस सदर्भ में कोई पुख्ता परिणाम नही मिले | इस गूगल सर्च के चलते हमें आजतक की वेबसाइट पर दिल्‍ली भाजपा से जुड़ी एक खबर में BJP दिल्‍ली प्रदेश का लेटर हेड मिला | हमने भारतीय जनता पार्टी के दिल्‍ली प्रदेश के लेटर हेड और मनोज तिवारी के नाम से वायरल पत्र की तुलना की | इस तुलनात्मक विश्लेषण में हमें दोनों पत्रों में कई अंतर दिखे |

पत्र के बायीं ओर भाजपा का चुनाव चिह्न कमल का रंग दोनों पत्रों में अलग हैं | इसके अलावा वाईरल फर्जी पत्र में कमल के बाएं तरफ भगवा और हरे रंग की पट्टी गायब है | इतना ही नहीं, ओरिजनल लेटर हेड पर भारतीय जनता पार्टी, दिल्‍ली प्रदेश हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषा में लिखा हुआ दिखा, जबकि फर्जी लेटर हेड में ऐसा नहीं है |

फर्जी लेटर में भाजपा मुख्‍यालय का पता लिखा हुआ है, जबकि दिल्‍ली भाजपा के ओरिजनल लेटर हेड पर स्‍टेट ऑफिस का पता लिखा हुआ देखा जा सकता है, जो कि १४ पंडित पंत मार्ग पर स्थित है |

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आर्काइव लिंक

फैक्ट क्रेस्सन्डो ने भाजपा के सोशल मीडिया एवं आईटी सेल के संयोजक नीलकंठ बख्शी से संपर्क किया, उन्‍होंने हमें बताया कि, ”वायरल पोस्‍ट पूरी तरह फर्जी है | २०१४ के चुनाव से ही भाजपा ने अपने चिन्‍ह में बदलाव किया था इसीलिए इस पत्र में दिखाए गये लैटर हेड में इस्तेमाल कमल गलत है | हमने इस फर्जी पत्र के खिलाफ दिल्ली पुलिस में अभियोग पंजीकृत भी किया है |”

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | मनोज तिवारी के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल पत्र फर्जी है |

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Title:मनोज तिवारी के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फर्जी पत्र |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False