सोशल मंचो पर सांप्रदायिकता से जुड़ी कई वायरल गलत व भ्रामक खबरें साझा की जाती रहीं है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसी कई खबरों का अनुसंधान कर उनकी सच्चाई अपने पाठकों तक पहुँचायी है। ऐसी ही एक खबर सोशल मंचो पर इन दिनों काफी चर्चा में है। खबर के मुताबिक शिरडी के साई मंदिर ट्रस्ट ने अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने इनकार कर दिया है व इसका कारण ये दिया गया है कि शिरडी साई मंदिर एक हिंदू संस्था नहीं है।

वायरल हो रही तस्वीर में लिखी हुई जानकारी में लिखा है,

शिरडी साई मंदिर ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि वह हिंदू संस्था नहीं है, जबकि वास्तविकता यह है कि यहाँ के धन का 90% हिंदूओं का चढ़ावा ही है। यह विचार योग्य है! सेकुलर हिंदू कब जागेगा। पोस्ट के शीर्षक में लिखा है, और टेक लो मजारों पर जाकर माथा।

C:-Users-Lenovo-Desktop-FC-Shirdi Sai Temple trust.png

फेसबुक | आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही खबर सरासर गलत व भ्रामक है। शिरडी साई मंदिर ट्रस्ट को अयोध्या के राम मंदिर के लिए चंदे के निवेदन हेतु कोई सूचना नहीं मिली है।

जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रही खबर को गूगल पर कीवर्ड सर्च के जरिये की, नतीजन हमें ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जो इस खबर की पुष्टि करता हो। इसके पश्चात हमने शिरडी के साई बाबा संस्थान के प्रचार विभाग (पब्लिसिटी डिपार्टमेंट) में एकनाथ गोणकर से संपर्क किया व उनसे जानने की कोशिश की क्या वायरल हो रही खबर सच है, उन्होंने हमें बताया कि,

“वायरल हो रही खबर सरासर गलत है। शिरडी साई मंदिर संस्था को चंदे हेतु कोई सूचना नहीं मिली है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का काम केंद्रीय सरकार कर रही है व केंद्रीय सरकार द्वारा मंदिर निर्माण के लिए कुछ राशि भी दी गई है। शिरडी साई संस्था महाराष्ट्र की राज्य सरकार के अंतरगत काम करता है, अगर कहीं भी दान देना हो, तो वो राज्य सरकार का निर्णय होगा, इसमें शिरडी साई संस्था की कोई भूमिका नहीं है।“

इसके बाद इस मामले की पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने श्री राम जन्मभूमी तिर्थ क्षेत्र में बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा से संपर्क किया तो उन्होंने इस खबर को गलत बताते हुए कहा कि, “राम मंदिर के निर्माण के लिए शिरडी साई मंदिर संस्था से हमने कोई चंदा नहीं मांगा है, यह खबर सरासर गलत व भ्रामक है।“

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा में गलत व भ्रामक है। शिरडी साई मंदिर ट्रस्ट को अयोध्या के राम मंदिर के लिए चंदे हेतु कोई सूचना नहीं मिली है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय एक काल्पनिक चरित्र हैं और इनका कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है!

२. वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा के वीडियो को कैप्टेन दीपक वी साठे का बता फैलाया जा रहा है |

३. क्या अमिताभ बच्चन कोरोनावायरस संक्रमण से मुक्त होने के बाद दरगाह गये थे ? जानिये सत्य..

Avatar

Title:शिरडी साई मंदिर ट्रस्ट को लेकर अयोध्या राम मंदिर के बारे में वायरल हो रहा दावा गलत है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False