कांग्रेस नेताओं ने महंगाई, बोरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं पर बढ़ाये गये जी.एस.टी के खिलाफ किये विरोध की तस्वीर को राम मंदिर शिलान्यास का बताया जा रहा है।
यह तस्वीर राम मंदिर के शिलान्यास के दिन की नहीं बल्की 5 अगस्त 2022 की है। कांग्रेस नेताओं ने शिलान्यास के दिन संसद में काले कपड़े नहीं पहने थे।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का काम अंतिम चरण पर है। 22 जनवरी 2024 को रामलला को इस भव्य मंदिर में विराजमान किया जाने वाला है। इसके चलते राम मंदिर के बारे में इंटरनेट पर काफी चीज़े वायरल हो रही है। एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसमें आपको राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई नेता देखाई दे रहे है। दावा किया जा रहा है कि 5 अगस्त 2020 को जब राम मंदिर का शिलान्यास हो रहा था तब कांग्रेस सांसद संसद में काले कपड़े पहनकर गये थे।
वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है,“क्या इनका हक है कि इन हिंदू द्रोहियों को राम मंदिर पूजन में बुलाया जाए जो शिलांन्यास का विरोध कर रहे थे। कभी भूलें नहीं- 5 अगस्त 2020 को जब श्री राम जन्मभूमि का शिलांन्यास हो रहा था उस दिन कांग्रेस के सांसद काले कपड़े पहनकर संसद गये थे।“
अनुसंधान से पता चलता है कि...
इस तस्वीर की जाँच हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च कर की। हमें यही तस्वीर द वायर के वेबसाइट पर 5 अगस्त 2022 को प्रकाशित की हुई मिली।
उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि 5 अगस्त 2022 को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने काले कपड़े पहनकर पार्टी सांसदों के साथ महंगाई, बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी वृद्धि पर पार्टी के देशव्यापी विरोध के हिस्से के रूप में राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया था। ये उस समय की तस्वीर है। इसमें यह भी बताया गया है कि दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस पार्टी को इस मार्च की अनुमति नहीं दी थी। पुलिस ने नयी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी थी। कांग्रेस पार्टी ने विरोध प्रदर्शन के तहत संसद से राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री निवास को घेरने का फैसला किया था।
5 अगस्त 2022 को प्रासारित सी.एन.एन न्यूज़ 18 की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मार्च के दौरान दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया था।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह तस्वीर 5 अगस्त 2022 की है, जब कांग्रेस के सांसदों ने महंगाई, बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं पर बढ़ाई गयी जी.एस.टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। राम मंदिर का शिलान्यास 5 अगस्त 2020 को हुआ था।
Title:कांग्रेस नेताओं ने महंगाई, बोरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं पर बढ़ाये गये जी.एस.टी के खिलाफ किये विरोध की तस्वीर को राम मंदिर शिलान्यास का बताया जा रहा है।
Written By: Samiksha KhandelwalResult: False