यह तस्वीर 2022 की है, जिसमें मथुरा की ऑनर किलिंग की घटना दिखाई गई है। इसका मणिपुर में जारी हिंसा से कोई संबंध नहीं है।

मणिपुर में गैर-आदिवासी मीतेई लोगों और ईसाई जनजातियों, कुकी और नागाओं के बीच चल रहे जातीय संघर्ष के परिणामस्वरूप राज्य में बहुत अधिक हिंसा जारी है। 3 मई 2023 को भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में हिंसा भड़क उठी जिसमें अनुमानित 54 लोग मारे गए। बहुसंख्यक मेइती/ मीतेई समुदाय को आरक्षण दिए जाने के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा बुलाए गए “आदिवासी एकजुटता मार्च” के दौरान चुराचांदपुर जिले में इसकी शुरुआत हुई।
इस बीच, प्लास्टिक में लिपटी एक महिला के शव की तस्वीर सोशल मीडिया में व्यापक रूप से इस दावे के साथ प्रसारित हो रही है कि यह मेइती समुदाय की एक महिला के शव को दिखाती है, जिसका मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में कुकी जनजाति के लोगों द्वारा क्रूरतापूर्वक बलात्कार और हत्या की गयी।
वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “फिर ये क्या है? सीसीपुर में कार्यरत मेइती नर्स से अस्पताल के अंदर कूकी ने रेप कर बेरहमी से मार डाला! #ManipurViolence #letthismadnessend।”

अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने गूगल पर रिवर्स इमेज और कीवर्ड सर्च कर अपनी पड़ताल शुरू की, जिसके परिणाम से हम आजतक द्वारा 21 नवंबर 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट तक पहुंचे। रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक का शव यमुना के किनारे एक लाल ट्रॉली बैग में मथुरा जिले में एक्सप्रेसवे में मिला था। पीड़िता का नाम दिल्ली की रहने वाली आयुषी यादव (21) है। इस घटना को ऑनर किलिंग की घटना बताया जा रहा है जहां लड़की के पिता ने गोली मार दी थी जो बाद में लापता हो गया था।

टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार अरविंद चौहान ने 20 नवंबर 2022 को इस घटना के बारे में ट्वीट किया। वायरल तस्वीरों को शेयर करते हुए ट्वीट में कहा गया था कि, “आयुषी यादव (21) बिना किसी को बताए घर से निकली थी। जब वह वापस लौटी तो उसके पिता नितेश यादव ने उसे गोली मार दी। उसके शरीर को एक सूटकेस में पैक किया गया और #मथुरा में फेंक दिया गया। पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
NDTV की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, पुलिस के मुताबिक, आयुषी ने अपने परिवार को बताए बिना दूसरी जाति के छत्रपाल नाम के व्यक्ति से शादी की थी। नितेश यादव ने कथित तौर पर अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी, इस बात से नाराज होकर कि वह उसे बताए बिना “कुछ दिनों के लिए बाहर चली गई” थी। वे इस बात से भी नाराज था कि उसने दूसरी जाति के व्यक्ति से शादी कर ली है।
इसके बाद मथुरा पुलिस ने 21 नवंबर 2022 को घटना से संबंधित एक बयान जारी किया है। स्पष्टीकरण में कहा गया है कि बाद में लड़की के माता-पिता को हत्या में प्रयुक्त हथियार और घटना में प्रयुक्त वाहन के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
फैक्ट क्रेसेंडो ने मथुरा के ASP मार्तण्ड प्रकाश सिंह से संपर्क किया जिन्होंने हमें पुष्टि की कि यह घटना 2022 की है और इसका मणिपुर में चल रही हिंसा से कोई संबंध नहीं है। यह ऑनर किलिंग की घटना थी जहां पीड़ित के माता-पिता ने अपनी ही बेटी की हत्या कर दी, क्योंकि उसने दूसरी जाति के व्यक्ति से शादी की थी।”
निष्कर्ष-
इस प्रकार यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया में वायरल हो रही तस्वीर का मणिपुर में जारी हिंसा से कोई संबंध नहीं है। तस्वीर में दिख रही लड़की मणिपुर में मेइती समुदाय की बलात्कार और हत्या की शिकार नहीं है। तस्वीर में 2022 में मथुरा में ऑनर किलिंग के शिकार को दिखाया गया है। तस्वीर को मणिपुर में चल रही हिंसा से गलत तरीके से जोड़ा गया है। वायरल दावा गलत है।

Title:यह तस्वीर मणिपुर में मेइती महिला की हत्या और बलात्कार नहीं दिखाती है; तस्वीर पुरानी और असंबंधित है।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
