
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार (२१ फरवरी २०२१) को केरल के कासरकोड जिले से भा.ज.पा की “विजय यात्रा”को हरी झंडी दिखा कर आगाज किया था, सोशल मंचों पर उनके इसी दौरे से बता एक तस्वीर जिसमें मानव श्रृंखला से भाजपा के चुनाव चिन्ह “कमल” बनाया गया है को वायरल किया जा रहा है, इस तस्वीर के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि भाजपा समर्थकों द्वारा यह कमल केरल में विजय रैली के वक़्त योगी आदित्यनाथ के स्वागत में बनाया गया था |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“यह कोई पेंटिंग नहीं है। ये वे लोग हैं जो आज केरल में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को सुनने आए थे क्योंकि उन्होंने राज्य में बीजेपी की विजया रैली को हरा झंडा दिखाई है |”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि वायरल तस्वीर अप्रैल २०१५ में ली गई थी जब गुजरात के दाहोद में भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे थे |
जाँच की शुरुवात हमने इस तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें ७ अप्रैल २०१५ को प्रकाशित द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित न्यूज़ रिपोर्ट मिली जहाँ वायरल हो रही तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है | खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “३५ वें स्थापना दिवस को मनाने के लिए दाहोद में भाजपा के समर्थकों ने “मानव ध्वज” बनाया |
इसके आलावा हमें वायरल तस्वीर जैसी कई सदृश्य तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा भी प्रकाशित मिलीं | इस तस्वीर के शीर्षक में लिखा गया है कि “बीजेपी के स्थापना दिवस को यादगार बनाने का एक अनोखा तरीका | कार्यकर्ताओं को बधाई |” इस तस्वीर को प्रधानमंत्री मोदी ने ६ अप्रैल २०१५ को अपलोड किया था |
इस प्रकरण की दूसरी तस्वीरों को आप देश गुजरात द्वारा प्रकाशित खबर में देख सकते है |
२१ फरवरी को योगी आदित्यनाथ की कासरकोड रैली की तस्वीरों को केरल भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किया गया है जिसे आप नीचे देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वायरल तस्वीर अप्रैल २०१५ में ली गई थी जब गुजरात के दाहोद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के स्थापना दिवस पर पार्टी के चुनाव चिन्ह “कमल” को मानव ध्वज के रूप में प्रदर्शित किया था | इस तस्वीर का २१ फरवरी को कासरकोड में हुई योगी आदित्यनाथ की रैली से कोई संबंध नहीं है |

Title:२०१५ की एक पुरानी तस्वीर को योगी आदित्यनाथ के हालिया केरल दौरे से बता वायरल किया जा रहा है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
