
२३ अक्टूबर २०१९ को “ब्रजी की नगरिया” नामक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट कर, उसके शीर्षक में लिखा है कि “सर में गोली लगी है,फिर भी मुँह पर मुश्कान है | ऐसी है हमारी इंडियन आर्मी | जय हिन्द की सेना |” एक सैनिक के माथे से गोली निकाले जाने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ साझा किया जा रहा है कि जिस व्यक्ति के सिर में गोली लगी है वह एक भारतीय सैनिक है | वीडियो में सिर्फ एक जोड़ी प्लायर (सरौता) का इस्तेमाल करते हुए बुलेट को निकलते हुए देखा जा सकता है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह वीडियो १४००० प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी |
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को “सोलजर बुलेट इन हेड” कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए गूगल पर ढूँढा, जिसके परिणाम से हमें १७ may २०१३ को अपलोड करा गया एक यूट्यूब वीडियो मिला, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “रूसी सैनिक के माथे में एक गोली अटक गयी है” |
इसी वीडियो को १९ जून २०१३ को ‘मिलिट्री रिपब्लिक डोमेन’ नामक एक यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया गया था | वीडियो के शीर्षक में कहा गया है, “रूसी सैनिक ने सिपाही के माथे से एक जोड़ी सरौता इस्तेमाल कर माथे से गोली निकली है (2000)” | वीडियो में लाइव लीक नामक वेबसाइट के वॉटरमार्क को देखा जा सकता है |
इसके पश्चात हमने उपरोक्त घटना के बारें में अधिक जानकारी प्राप्त करने लिए इस घटने से जुड़ी ख़बरों को ढूँढा, जिसके परिणाम में हमें डेलीमेल और मिरर यूके की रिपोर्ट मिलीं जिनम ये बताया गया है कि कैसे एक रूसी सैनिक ने सिर में गोली लगने के बावजूद मौत को धोखा दिया | रिपोर्टों के अनुसार, माना जाता है कि इस वीडियो को साल २००० में सेकंड चेचन वॉर के दौरान शूट किया गया था | सिपाही के माथे में लगी गोली निकालने वाला आदमी एक सहकर्मी हो सकता है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | जिस शख्स के माथे से गोली निकलती देखी जा सकती है, वह रूसी सैनिक है, भारतीय नहीं | माना जाता है कि वीडियो को २००० में रूस के चेचन्या में सेकंड चेचन वॉर के दौरान शूट किया गया था |

Title:फैक्ट चेक: ये घटना दो दशक पुरानी है व इसका भारतीय सेना से कोई सम्बंध नहीं है।
Fact Check By: Aavya RayResult: False
