
६ सितम्बर २०१९ को “Md Mushahid Shaikh” नामक एक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया था , जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “ट्रैफिक चालान की नई समस्या से जनता की मानसिक स्थिति खराब हो रही है | लो काट लो चालान खोल दिया एक भाई ने पुलिस वालो का खोपड़ा |” इस वीडियो में हम एक आदमी को दो पुलिसकर्मीयों को पीटते व गंभीर रूप से घायल करते हुए देख सकते है | १ सितम्बर २०१९ से केंद्र सरकार द्वारा ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन करने पर चालान की रकम कई गुना बढ़ाने के बाद आम लोग जुर्माने की रकम भरने से कतरा रहे है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि ट्रैफिक चालान नियमों का जुर्माना ना भर पाने के चलते आम जनता की मानसिक स्थिति ख़राब हो रही है और वे इस तरह पुलिस कर्मियों पर हमला कर रहे है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को बारीकी से सुनने से की, हमने पाया की वीडियो में किसी ने कन्नड़ भाषा का इस्तेमाल किया, इसके पश्चात वीडियो में हम एक बाइक देख सकते है जिसके नंबर प्लेट पर “KA” रजिस्ट्रेशन है | इससे हमें यह पता चलता है कि यह घटना कर्नाटक से है |
बाद में हमने गूगल पर “Karnataka man beats police” जैसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए इस वीडियो से जुड़ी खबर को ढूँढने की कोशिश की, जिसके परिणाम से १० अक्टूबर २०१८ को न्यूज़ १८ द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर के अनुसार बेंगलुरु के दावणगेरे के बीट पुलिस को एक व्यक्ति ने पीटा, जब वे वाहनों की नियमित जांच कर रहे थे | वह शख्स नशे में गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया था | उन्हें रोका गया और पूछताछ की गई जिसके बाद उस व्यक्ति ने पुलिस कर्मियों पर पत्थर व मिटटी से बने हुए मटके फेंकते हुए हमला किया |
इसके पश्चात हमें १० अक्टूबर २०१८ को HMTV News नामक एक तेलुगु चैनल द्वारा प्रसारित खबर मिली, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “एक आदमी ने कर्नाटक में अपनी बाइक रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस को पीटा” |
१० अक्टूबर २०१८ को NDTV द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार रुद्रप्पा नामक एक वकील कथित रूप से नशे में था, जब उसने दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को पीटा था | वह कर्नाटक के दावणगेरे में अपनी मोटरसाइकिल पर था, जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका, रोके जाने के बाद, रुद्रप्पा ने टेराकोटा के बने मटके फेंकना शुरू कर दिया, जो कि सड़क के किनारे पड़े थे, जिसकी चोट से एक पुलिसकर्मी काफी गंभीर रूप से घायल हुआ था |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो में कथित तौर पर नशे में वकील को कर्नाटक के दावणगेरे में दो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को पीटते हुए दिखाया गया है क्योंकि उन्होंने उसे नशे में होने के संदेह पर रोका था साथ ही यह वीडियो २०१८ का है |

Title:२०१८ के इस वीडियो को ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान काटने पर उन्हें पीटने के दावे के साथ फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
