पश्चिम बंगाल में हुई हत्या की घटना को दिल्ली दंगो का बता वायरल किया जा रहा है|

False National Political

जमीन को खोदकर निकाले जा रहे एक महिला और एक बच्चे के शव के विडियो को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक एंगल दे फैलाया जा रहा है | इस वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में आरएसएस और भाजपा के गुंडों ने मुसलमानों को जिंदा दफना दिया | इस वीडियो को दिल्ली में हाल की हिंसा के साथ जोड़ते हुए फैलाया जा रहा है | 

इस पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “दिल्ली में, आरएसएस और भाजपा के गुंडों ने मुसलमानों को जिंदा दफना दिया | यहां मानवाधिकार आयोग है, और विश्व शांति की वकालत करते हैं, नींद से नहीं उठे ऐसा लग रहा है |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि..

इस वीडियो को ध्यान से सुनने पर हमने लोगों को “बंगाली” भाषा में “आहा रे” कहते हुए सुन सकते है | इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने गूगल पर सम्बंधित कीवर्ड्स सर्च किया, जिसके परिणाम में ३० जनवरी २०२० को अपलोड किया गया यूट्यूब वीडियो मिला | इस वीडियो के शीर्षक में बंगाली भाषा में “ज़मीन खोदने पर बच्ची और उसकी मां मिली इस्लामपुर में |”

इस्लामपुर भारत के पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर जिले का एक शहर है | इसके पश्चात हमने गूगल पर इस उपरोक्त वीडियो द्वारा दी गयी जानकारी से सम्बंधित ख़बरों को ढूँढा, जिसके परिणाम में हमें ३० जनवरी २०२० को महानगर 24×7 न्यूज़ नामक न्यूज़ चैनल द्वारा प्रसारित वीडियो मिला | खबर के मुताबिक, यह घटना उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर इलाके (शुजाली) में घटी और ये एक घरेलू हिंसा का मामला था | एक व्यक्ति, जिसे अकबर आलम के रूप में पहचाना जाता है, ने अपनी पत्नी, नूरजहाँ और दो महीने की बेटी रिजवाना की हत्या कर दी और उन्हें उनके घर के पीछे में दफना दिया | घटना के बाद ग़ुस्साये ग्रामीणों ने आलम के घर को आग लगा दी थी | दो साल आलम ने मृतक से शादी की थी,और वे  लड़की के जन्म से खुश नहीं थे | उसने २९ जनवरी को उसने मां और बेटी दोनों की हत्या कर दी थी और उन्हें दफना दिया था | बाद में वह इलाके से भाग गया |”

फैक्ट क्रेस्सन्दो ने इस्लामपुर के ASP कार्तिक चन्द्र मंडल से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के माध्यम से किये गये दावे गलत है | यह वीडियो दिल्ली से नही बल्कि पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर से है | इस घटना के साथ भापजा, आर.एस.एस या किसी भी राजनीतिक दलों का कोई रिश्ता नही है | अकबर आलम ने अपनी पत्नी, नूरजहाँ और दो महीने की बेटी रिजवाना की हत्या कर दी और उन्हें अपने घर के पीछे गाड़ दिया | इस आदमी का सिक्किम में किसी औरत के साथ अवैध संबंध थे जिसके चलते उसने अपने पत्नी और बेटी की जान ले ली | उसने २९ जनवरी को मां और बेटी दोनों की हत्या कर दी और उन्हें दफना दिया। बाद में वह इलाके से भाग गया | पुलिस ने उसे कश्मीर के आसपास पकड़ा जिसके बाद उसने बंगाल आते समय ट्रेन से कूदकर आत्महत्या कर ली थी | आरोपी के माँ और पिता अभी भी हिरासत में है | इस घटना का दिल्ली में चल रहे दंगो से कोई संबंध नही है |” 

इसके पश्चात हमने उपरोक्त घटना से संबंधित ख़बरों को ढूँढा, जिसके परिणाम में स्थानीय मीडिया Ei samay और Sambadsaradin द्वारा प्रकाशित खबर मिली | 

आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक 

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह वीडियो दिल्ली में चल रहे दंगो से कोई संबंध नही रखता है | यह घटना पश्चिम बंगाल में घरेलु हिंसा के संबंध में है, जहा एक आदमी ने अवैध संबंध के चलते अपने पत्नी और बच्ची की हत्या कर उन्हें अपने घर के पीछे दफना दिया |

Avatar

Title:पश्चिम बंगाल में हुई हत्या की घटना को दिल्ली दंगो का बता वायरल किया जा रहा है|

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False