
सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस से सम्बंधित कई भ्रामक और असंबंधित वीडियो फैलाये जा रहे हैं इसी क्रम में एक अन्य वीडियो काफी चर्चा में है | वीडियो में हम एक पुलिसकर्मी को खांसते और जमीन पर गिरते हुये देख सकतें है, जिसके बाद डॉक्टर की एक टीम उसके पास जाती है और पूरी सावधानी से उसकी चिकित्सा में लग जाती है | इस वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो बिहार के हाजीपुर से है जहा एक पुलिस कांस्टेबल कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुका है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने वैशाली जिले के एस.पी डॉ० गौरव मंगला से संपर्क किया,उन्होंने हमें बताया कि “सोशल मीडिया पर इस वीडियो को गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है | यह वीडियो असल में हाल ही में हुये एक मोक ड्रिल का है | यह मोक ड्रिल हाजीपुर जेल में पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई थी|”
इसके पश्चात हमने इस मोक ड्रिल से सम्बंधित ख़बरों को ढूँढा, जिसके परिणाम में हमें कई यूट्यूब वीडियो मिले जो १२ और १३ अप्रैल २०२० को अपलोड किये गये थे | इन वीडियो के शीर्षक व विवरण में भी यह लिखा गया है कि यह वीडियो हाजीपुर जेल में हुये मोक ड्रिल को दर्शाता है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो हाजीपुर में कोरोनावायरस से संक्रमित कांस्टेबल का नही है बल्कि यह हाजीपुर जेल में करोनावाईरस तत्परता के सम्बन्ध में हुये एक मोक ड्रिल का है |

Title:हाजीपुर में हुये पुलिस मोक ड्रिल के वीडियो को कोरोनावायरस संक्रमित पुलिसकर्मी के नाम से फैलाया जा रहा है|
Fact Check By: Aavya RayResult: False
