
८ जून २०१९ को फेसबुक पर ‘Arvind Gupta’ नामक एक यूजर ने एक विडियो साझा किया है | पोस्ट के विडियो मे कुछ लोग रस्ते पर दंगे करते हुए दिख रहें है और साथ ही आती-जाती गाड़ियों को नुक्सान पहुँचा रहें हैं | पोस्ट का विवरण सरल हिंदी मे इस प्रकार है – ये ब्रिटेन के बर्मिंघम स्थान का वीडियो है.. यहां सीरिया से शरणार्थी बनकर ब्रिटेन में आये | ब्रिटिश नागरिकों ने जबरदस्त विरोध किया लेकिन ब्रिटिश सरकार ने मानवता के आधार पर इन्हें ब्रिटेन में रहने के लिए स्थान दे दिया | जबकि हुआ ये कि पीड़ितों के बीच मे एक षड्यंत्र के तहत जेहादियों को ब्रिटेन में घुसा दिया सीरिया के आतंकवादीओ और जेहादिओं ने.. अब स्थिति ये है कि ब्रिटेन अपने सहृदयता की भारी कीमत चुका रहा है | पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि “ब्रिटेन के बर्मिंघम मे रमजान के वक़्त मुसलमान रस्ते बंद करवाना चाहते हैं, क्योंकि वो रस्ते पर बैठके रोज़ा खोलना चाहते हैं” क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
उपरोक्त पोस्ट पर दिये गए विडियो में यह दर्शाया गया है कि रमजान के महीने मे मुसलमान रस्ते में दंगे कर रहें हैं | कहा जा रहा है कि यह दंगे ब्रिटेन के बर्मिंघम में किये गए हैं क्योंकि मुसलमान रस्ते पर बैठ कर अपना रोज़ा खोलना चाहते हैं | हमने इस बात की जांच के लिए सबसे पहले इस विडियो के स्क्रीनशॉट को ‘यांडेक्स’ इमेज सर्च मे ढूँढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
इस संशोधन मे हमें ‘berlinocacioepepemagazine’ नामक एक मैगज़ीन वेबसाइट पर हमें संशोधन से मिलती-जुलती तस्वीर मिली | अन्य भाषा मे होने के वजह से हमने गूगल ट्रांसलेटर का इस्तेमाल करके इस पेज को अंग्रेजी मे बदला | ३ जुलाई २०१८ को दी गयी इस ख़बर के मुताबिक ब्रिटेन मे दंगे करने वाले मुसलमान के वर्णन से साझा होने वाला विडियो दरअसल स्विट्जरलैंड में बेसल-ल्यूज़र्न फुटबॉल मैच के बाद शहर की सड़कों पर दंगे और हिंसा का है | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें |
BerlinocacioepepemagazinePost | ArchivedLink
इस बात की पुष्टि करने के लिए हमने ‘YouTube’ मे ‘basel-lucerne football match riots’ की वर्ड्स से ढूंढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
हमें उपरोक्त पोस्ट से मिलती-जुलती विडियो मिली, मगर विडियो में लिखा था कि ‘They are Football Hooligans in Switzerland’ | सरल हिंदी मे अनुवाद : यह स्विट्ज़रलैंड में फुटबॉल के गुंडे है |
यह विडियो १२ जून २०१८ को अपलोड किया गया है | इस विडियो मे नीचे लिखा है कि, “बेसल शहर में फुटबॉल खेल के बाद 19 मई को स्विट्जरलैंड में इसे फिल्माया गया था | उस शाम, स्विस मीडिया के अनुसार, ज्यूरिख के गुंडों ने बेसेल के गुंडों से सामना किया, और सड़क के बीच में लड़े |”
इसके अलावा ‘यांडेक्स’ इमेज सर्च मे हमें youtube का एक और विडियो भी मिला, जो उपरोक्त पोस्ट से मिलती-जुलती है |
जब हमने यह विडियो देखा, तो विडियो मे लिखा था ‘Basel fans attacking Zurich fans in Switzerland’ | सरल हिंदी मे अनुवाद : स्विट्जरलैंड में ज्यूरिक के प्रशंसकों पर हमला करने वाले बेसल प्रशंसक | यह विडियो २७ मार्च २०१८ को अपलोड किया गया है |
गूगल में ‘basel vs luzern football match may 2018’ की वर्ड्स से ढूंढा, तो हमें जो परिणाम मिले वह आप नीचे देख सकते है |
इस संशोधन मे हमें इस बात की पुष्टि हो जाती है कि संशोधन के मुताबिक १९ मई २०१८ को बेसल और लुजर्न के बीच फुटबॉल मैच स्विट्जरलैंड मे हुई थी |
इस बात पर जब हमने ज्यूरिक, स्विट्जरलैंड के न्यूज़पेपर के आर्काइव मे ढूंढा, तो २२ मई २०१८ की हमें एक ख़बर मिली | ‘20minutes’ समाचार द्वारा दी गयी इस ख़बर में हमें फुटबॉल मैच के बाद हुए इस दंगे के बारे मे पता चला | यह ख़बर अन्य भाषा मे होने के वजह से हमने गूगल ट्रांसलेशन का इस्तेमाल करके इस ख़बर को अंग्रेजी मे बदला | इस ख़बर के मुताबिक, बेसल के सेंट जैकब पार्क के पास यह दंगे हुए | बेसल प्रशंसक के साथ कुछ ज्यूरिक गुंडे (कार्लज़ूए से जर्मन अल्ट्रा द्वारा समर्थित) मिलकर यह दंगे करने लगे | पूरी ख़बर को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा की, “ब्रिटेन के बर्मिंघम मे रमजान के वक़्त मुसलमान रस्ते बंद करवाना चाहते हैं, क्योंकि वो रस्ते पर बैठके रोज़ा खोलना चाहते हैं |” ग़लत है | यह विडियो १९ मई २०१८ को स्विट्जरलैंड में बेसल-ल्यूसर्न फुटबॉल मैच के बाद बेसल शहर की सड़कों पर दंगे और हिंसा का है |

Title:क्या ब्रिटेन के बर्मिंघम में सीरिया के जेहादी रस्ते में दंगे कर रहे हैं ? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
