फेसबुक पर ५,००० से भी ज़्यादा बार साझा किये जा चुके एक पोस्ट में एक ९८ करोड़ की रकम का चेक दिखाया जा रहा है | दावे के अनुसार, नीरव मोदी ने यह चेक इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) को २०११ मे दिया था | पोस्ट मे यह दावा किया गया है कि ‘एक्सिस बैंक का 25/09/2011 को नीरव मोदी ने #इंडियन नेशनल कांग्रेस को 98 करोड़ का चेक दिया था ! लेकिन चोर तो #चौकीदार है !’ कितनी सच्चाई है इस बात में, आइये देखते हैं |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
तथ्यों की जांच:
हमने जांच की शुरुआत एक्सिस बैंक के इस चेक मे लिखे अकाउंट नंबर की पड़ताल करने से की |
एक्सिस बैंक के मोबाइल ऐप मे ये अकाउंट नंबर दर्ज करने पर हमें पता चला की यह अकाउंट अब बंद कर दिया गया है, जैसा कि आप नीचे की स्क्रीन शॉट में देख सकते है |
अकाउंट बंद दिखने पर हमने चेक के बारे में छानबीन की | हमने यह पता किया की बैंक के अकाउंट नंबर की कोडिंग कैसे की जाती है | कोरा मे एक्सिस बैंक के मैनेजर विनय नायर ने लिखा है कि एक्सिस बैंक का अकाउंट नंबर १५ अंकों का होता है | २०१० के बाद खुलने वाले सारे खाते ‘९’ अंक से शुरू होते हैं | इसके बाद के २ अंक कौनसे साल मे खाता खोला गया है, यह दर्शाता है | इसके बाद के २ अंक किस प्रकार का खाता है, यह दर्शाता है | जैसे कि बचत खाते के लिए 01, करंट खाते के लिए 02, नकद ऋण खाते के लिए 03, ऋण खाते के लिए 06 आदि |
उपरोक्त चित्र के अनुसार दर्शाया गये चेक का अकाउंट २०१० के बाद का है क्योंकि इसका अंक ९ से शुरू होता है | फिर इस अकाउंट नंबर मे १४ है, जिसका मतलब है कि यह अकाउंट २०१४ मे खोला गया था | फिर इसमें ‘०१’ है, जिसका अर्थ है कि यह एक बचत खाता है |
अगर आप चेक का दिनांक देखेंगे तो वह २५ सितम्बर २०११ का है | अगर अकाउंट २०१४ मे खोला गया है तो चेक मे दिनांक ३ साल पहले का देना लागू नहीं होता |
चेक पर जहां हस्ताक्षर के लिए नाम लिखा होता है, उस जगह के नाम को खुरेद कर धुंधला कर दिया गया है |
९८ करोड़ के चेक मे ‘ninety’ शब्द की वर्तनी (स्पेलिंग) ग़लत है और इसके पास कोई प्रतिहस्ताक्षर भी नहीं है |
बैंक के शाखा का नाम ‘नोर्थ लखीमपुर’ लिखा है | यह जगह आसाम राज्य मे है | मुंबई मे रहने वाला व्यक्ति अपना खाता आसाम मे नहीं खोल सकता है |
उद्योजक नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक स्कैम के आरोपी है | यह घोटाला २०१८ मे हुआ था | २०१४ मे एक्सिस बैंक में यह खाता खोला जाना, फिर उस खाते के चेक पर २०११ का दिनांक लिखा जाना और पंजाब नेशनल बैंक स्कैम २०१८ मे उजागर होना यह सब बाते इस चेक के फ़र्ज़ी होने का संदेश देने लगी | इस कारण हमने इस विषय पर गूगल सर्च किया | सर्च करने पर हमें Smhoaxslayer द्वारा पिछले साल 4 मार्च २०१८ मे इसी विषय पर किया गया फैक्ट चेक मिला |
इसमें उन्होंने फेसबुक का एक पोस्ट प्रमाण के तौर पर दिया है जिसमे ‘पार्थोप्रतिम चक्रवर्ती’ नामक एक व्यक्ति ने एक्सिस बैंक के मोबाइल ऐप मे अकाउंट नंबर देकर खोज की और पाया कि यह अकाउंट ‘कृष्णा बी आर थापा’ नामक व्यक्ति का था |
SmhoaxslayerPost | ArchivedLink
इस जांच पड़ताल से इस बात की पुष्टि होती है कि उपरोक्त चित्र मे दर्शाया चेक कृष्णा बी आर थापा के अकाउंट का एक फ़र्ज़ी चेक है, नीरव मोदी के अकाउंट का नहीं है |
निष्कर्ष : ग़लत
तथ्यों की जांच से इस बात की पुष्टि होती है कि किया गया दावा ‘एक्सिस बैंक का 25/09/2011 को नीरव मोदी ने इंडियन नेशनल कांग्रेस को 98 करोड़ का चेक दिया था ! लेकिन चोर तो चौकीदार है !’ ग़लत है | उपरोक्त चित्र मे दर्शाया चेक एक फ़र्जी चेक है जो नीरव मोदी के अकाउंट का नहीं है |

Title:क्या नीरव मोदी ने कांग्रेस को ९८ करोड़ रुपये का चेक दिया ? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
