अफगानिस्तान की पुरानी तस्वीर को पाकिस्तान के आर्थिक संकट के रूप में साझा किया जा रहा है।

False International

तस्वीर पाकिस्तान की नहीं, बल्कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल की है। तस्वीर में दिख रहा शख्स काबुल में एक बेकरी का मालिक है जो भूखी महिलाओं को ब्रेड बांट रहा था। 

पाकिस्तान में चल रहे आर्थिक संकट के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक आदमी कुछ महिलाओं को रोटी बांट रहा है। पोस्ट को शेयर करते हुए कुछ लोग इसे पाकिस्तान के मौजूदा हालात से जोड़ रहे हैं। पोस्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में चल रहे आर्थिक संकट में महिलाएं गेहूं लेने के लिए घर से बाहर निकलीं और एक उदार व्यक्ति ने उन्हें रोटी बांटी।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स ने लिखा है- ये हाल है गया है।पाकिस्तान में मर्द जब आटा नही ला पाए तो बेगमें घर से बाहर निकल आईं। ये तस्वीर मियानवाली शहर से आई है जहां एक भले आदमी से ये भूखी खातून देखी नही गई और रोटी बांटने आ आ गया। जय सनातन

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। परिणाम में तस्वीर हमें रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में मिली। यह खबर 15 मार्च, 2022 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के कैप्शन में लिखा है- मेहर डेल खान रहमती, एक बेकरी के प्रभारी, बेकरी के सामने जरूरतमंदों के बीच ब्रेड बांटते हुए काबुल, अफगानिस्तान, 31 जनवरी, 2022, रायटर/अली खारा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक तस्वीर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में उस वक्त ली गई थी जब एक बेकरी का मालिक अपनी बेकरी के बाहर जरूरतमंद महिलाओं की भीड़ को ब्रेड बांट रहा था। 

पड़ताल में आगे हमें रॉयटर्स की वेबसाइट पर उसी दिन ली गई अन्य कुछ तस्वीरें मिली। जिसमें देखा जा सकता है कि देश के नाम पर अफगानिस्तान लिखा हुआ है। और वायरल तस्वीर में रोटी बांटने वाले शख्स को दूसरी तस्वीरों में भी देखा जा सकता है।

पड़ताल में यह स्पष्ट होता है कि वायरल तस्वीर पुरानी है और पाकिस्तान की नहीं बल्कि अफगानिस्तान की है।

2021 में आफगानीस्तान में क्या हुआ था- 

दरअसल साल 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी बेहद अफरा-तफरी में हुई थी।  उस दौरान तालिबान ने वहां कब्जा जमा लिया। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब के कारण वहां की जनता को गंभीर खाद्य संकट से जूझना पड़ा।

वहीं इसी दैरान अफगानिस्तान की जनता को खाद्यान्न मुहैया कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के तहत भारत 50,000 मीट्रिक टन गेंहू अफगानिस्तान भेजा गया।

पाकिस्तान के आर्थिक हालात  –

पाकिस्तान ऐसे मुकाम पर खड़ा है,जहां आगे खाई है और पीछे कुआं। एक तरफ कंगाल पाकिस्तान दहशतगर्दी का मारा है। तो दूसरी तरफ उसे मांगे भीख नहीं मिल रही है। कर्ज के बोझ तले दबे पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है और देश भारी नकदी संकट से जूझ रहा है। इस बीच उसे एक और जोरदार झटका लगा है। दरअसल, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी करेंसी में जबरदस्त गिरावट आई है. अमेरिकी करेंसी के मुकाबले ये 283 तक गिर गया। 

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर पाकिस्तान का नहीं बल्कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल की है। तस्वीर 2021 में ली गई थी।

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Title:अफगानिस्तान की पुरानी तस्वीर को पाकिस्तान के आर्थिक संकट के रूप में साझा किया जा रहा है।

Fact Check By: Sarita Samal 

Result: False